- 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस

- इस वर्ष की दयालुता थीम पर सवा सौ सीएचओ समेत 6 विभागों में पूरी हुई तैयारी

<- क्0 अक्टूबर को मनाया जाएगा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस

- इस वर्ष की दयालुता थीम पर सवा सौ सीएचओ समेत म् विभागों में पूरी हुई तैयारी

GORAKHPUR GORAKHPUR कोरोना काल में एक तरफ जहां हर किसी के मनोदशा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। वहीं, इस वर्ष क्0 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके पर बच्चे, बुजुर्ग समेत सभी वर्ग के लोगों को कोरोना के डर और भय को कम करने का दयालुता भाव थीम पर प्रोग्राम का आयोजन किया जाएगा। पांच से क्ख् अक्टूबर के बीच मानसिक स्वास्थ्य दिवस सप्ताह मनाए जाने का कार्यक्रम चल रहा है। इस बार दिवस और सप्ताह की थीम दयालुता रखी गई है। हेल्थ डिपार्टमेंट इस साल सवा सौ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स (सीएचओ) समेत म् अन्य विभागों को मानसिक रोगों के प्रति संवेदीकृत करने जा रहा है, ताकि ऐसे रोगियों की समाज में पहचान हो सके और उनके प्रति दयालुता का भाव अपनाते हुए उन्हें पूरी देखरेख और इलाज की सुविधा मिल सके। सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी ने बताया कि समाज को मानसिक रोगियों, कोरोना मरीजों और बच्चों के प्रति दयालुता का भाव रखना चाहिए। किसी भी कोरोना मरीज या मानसिक रोगी के प्रति भेदभाव या फिर तिरस्कार की भावना न अपनायी जाए, इसी संदेश के प्रति इस साल का मानसिक स्वास्थ्य दिवस समíपत रहेगा।

डॉक्टर की टीम कर रही ठीक

बता दें, कोरोना काल में हर कोई जहां बीमारी के डर, खौफ के बीच जी रहा है। बच्चों, बुजुर्गो, महिलाओं के बीच कोरोना का भय, अन्य बीमारियों व आíथक संकट के मामलों को देखते हुए उनकी काउंसिलिंग शुरू कर दी गई है। ऐसे में हर वर्ग मानसिक रोग का शिकार हो रहा है। लेकिन हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से हेल्प लाइन नंबर जारी कर टीम का गठन किया गया है। जो काउंसिलिंग कर मानसिक बीमार व्यक्ति को ठीक करने का काम कर रहे हैं। सीएमओ ने बताया कि कोविड-क्9 संक्रमण के दौरान मानसिक स्वास्थ्य पर खासतौर से जोर दिया जा रहा है। जिला अस्पताल के कमरा नंबर ब्9 में मानसिक रोगियों की ओपीडी सेवा शुरू की जा चुकी है और इस समय सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को औसतन 70-80 मानसिक रोगियों को इलाज की सुविधा शुरू हो गई है। टेंशन में रहने वाले तनावग्रस्त लोगों के काउंसिलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 9फ्फ्म्9ख्9ख्म्म् जारी किया गया है। कोई भी व्यक्ति कॉल कर सकता है। यह हेल्प लाइन नंबर सुबह क्0 बजे से शाम 7 बजे तक एक्टिव रहता है। इस नंबर पर डेली 8-क्0 कॉल औसतन आते हैं। अगर किसी को भी मानसिक अवसाद है या फिर सुसाइड के बारे में सोच रहा है तो वह इस नंबर पर संपर्क कर परामर्श ले सकता है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ। एएन प्रसाद की देखरेख में मनोचिकित्सक डॉ। अमित शाही, नैदानिक मनोवैज्ञानिक रमेंद्र त्रिपाठी और उनकी पूरी टीम न केवल ओपीडी में बल्कि आश्रयगृहों, जेल, अनाथ आश्रमों समेत कई स्थानों पर जाकर सेवा दे रहे है। बल्कि सामान्य मरीजों के लिए भी यह टीम पूरी तरह से सक्रिय है।

ताकि मेंटल पेशेंट्स को ठीक किया जा सके

सीएमओ ने बताया कि इस साल कोविड-क्9 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए क्0 अक्टूबर को एनेक्सी भवन में स्वास्थ्य विभाग के सीएचओ, प्राथमिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, नगर निकाय, विधिक सेवा प्राधिकरण और पुलिस विभाग को मानसिक रोगों के प्रति संवेदीकृत किया जाएगा। इनके संवेदीकरण का उद्देश्य है कि यह मानसिक रोगियों का मार्गदर्शन करें और उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करवाएं। वहीं, नैदानिक मनोवैज्ञानिक रमेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मानसिक रोगियों के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करें। ताकि समय रहते बीमारी को ठीक किया जा सके।

फैक्ट फीगर

- हेल्पलाइन नंबर 9फ्फ्म्9ख्9ख्म्म्

- डेली 8-क्0 कॉल औसतन

- सुबह क्0 बजे से शाम 7 बजे तक एक्टिव

- 70-80 मानसिक रोगियों

अगर यह है लक्षण तो तुरंत करें कॉल

- कम नींद आना

- ज्यादा सोना

- उलझन

- घबराहट

- हीन भावना

- जिंदगी के प्रति नकारात्मक सोच

- एक ही विचार मन में बार-बार आना

- एक ही कार्य को बार-बार करने की इच्छा होना

- डर लगना

- अनावश्यक शक होना

- कानों में आवाज आना

- मोबाइल की लत होना

- नशे की लत होना

कोरोना काल में मरीजों के जहां तादाद बढ़े हैं। वहीं, हर वर्ग कहीं न कहीं मानसिक अवसाद का सामना कर रहा है। ऐसे में उनके बीच निगेटिविटी को कम करने और मानसिक समस्या को दूर करने के लिए टीम का गठन किया गया है।

डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ