- वायरल हुआ बीआरडी मेडिकल कॉलेज में वेस्ट मैटेरियल इधर-उधर फेंके जाने का वीडियो

GORAKHPUR: बीआरडी मेडकिल कॉलेज के आईसोलेशन वार्ड से निकलने वाले वेस्ट मैटेरियल को इधर-उधर कैंपस में गिराने का वीडियो वायरल होने पर कॉलेज कैंपस में हड़कंप मचा हुआ है। कोविड-19 के एक्टिव मरीजों के आईसोलेशन वार्ड में इलाज के दौरान इस्तेमाल होने वाले ग्लव्स, कॉटन, सीरिंज, दवा के रैपर, खाने-पीने के जूठन, फलों के छिलके आदि सफाई कर्मचारियों के इधर-उधर गिराने पर किसी ने वीडियो वायरल कर दिया है। जिसके बाद से ही नेहरू अस्पताल से लगाए गायनी, बाल रोग विभाग, माइक्रोबायोलॉजी समेत अन्य विभागों में हड़कंप मचा है। लेकिन मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण इस मेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल का कोई खास इंतजाम नहीं हो सका है। अगर यहां ऐसे ही गंदगी फैलाई गई तो बीआरडी कैंपस को कोरोना संक्रमण से बचाना मुश्किल होगा।

क्या है सीपीसीबी का निर्देश

- आइसोलेशन वार्डो में अलग रंग के कूड़ेदान रखे जाने चाहिए।

- बायो-मेडिकल कचरा (बीएमडब्ल्यू) प्रबंधन नियमों-2016 और सीपीसीबी नियमों के मुताबिक कचरे को समुचित तरीके से अलग किया जाए।

- क्वारंटीन सेंटर्स या कैंपों से निकलने वाले बायोमेडिकल कचरे को पीले रंग के बैगों में अलग से एकत्रित किया जाना चाहिए।

- एहतियात के तौर पर कोविड-19 आइसोलेशन वार्डो से निकले कचरे को दो परतों वाले पीले बैगों (दो बैगों का इस्तेमाल करते हुए) में एकत्रित किया जाना चाहिए। ताकि उनसे किसी तरह की लीकेज न हो।

- इसके अलावा कोविड-19 वार्डो से निकले कचरे को जिन बैगों में एकत्रित किया जाए, उन पर 'कोविड-19 कचरा' का लेबल लगाया जाए।

- कॉमन बायोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट फैसिलिटी को इसकी पहचान करने में मदद मिलेगी।

- साथ ही कचरे को वहां पहुंचते ही प्राथमिकता के आधार पर आसानी से निस्तारित किया जा सकेगा।

- कोविड-19 आइसोलेशन वार्डो में कचरे के लिए अलग ट्रॉलियों का इस्तेमाल होना चाहिए। उन पर भी 'कोविड-19 कचरा' का लेबल लगा होना चाहिए।

वर्जन

पीपीई किट पहनकर सफाई कर्मचारी सावधानी के साथ मेडिकल वेस्ट को डिस्पोज करते हैं। किसी ने पुराना वीडियो वायरल किया होगा। वीडियो को देखकर उसकी जांच की जाएगी।

डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज