गोरखपुर (ब्यूरो)।शासन से 500 इनफ्लूएंजा जांच किट की डिमांड की गई है। टेस्ट के लिए जल्द ही मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को किट उपलब्ध करा दी जाएगी। बीआरडी के साथ ही आईसीएमआरसी लैब में भी इनफ्लूएंजा की जांच होगी। विभाग ने पहले ही इससे निपटने के लिए डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को ट्रेनिंग देने की कवायद शुरू कर दी है।

कोरोना केंद्रों पर भी होंगे जांच

जिला अस्पताल और सीएचसी-पीएचसी कोरोना केंद्रों पर भी इनफ्लूएंजा जांच की तैयारी शुरू कर दी है हैं। इन केंद्रों पर इनफ्लूएंजा जांच के लिए स्वॉब टेस्ट किए जाएंगे। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में किट उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए हेल्थ डिपार्टमेंट शासन से डिमांड की है।

हाईलाइट्स -

-फीवर से जूझ रहे मरीज का नाम, पता, नोट किया जाएगा। इसके लिए स्टाफ नर्स को ट्रेनिंग दी जा रही है। इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर से मरीजों को ट्रैक किया जाएगा। उनसे फोन पर पूछताछ की जाएगी।

-बुखार वाले मरीजों को इलाज के दौरान आशा-बहुओं के माध्यम से उनके संपर्क में आने वाले सभी को ट्रेस आउट किया जाएगा। कहा से आए है कहां बीमार हुए हैं। सभी डिटेंस दर्ज की जाएगी।

-कोरोना की तरह ही इनफ्लूएंजा जांच किट है। मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी, आईएमआरसी, कोविड जांच केंद्रों पर सैंपल की जांच की जाएगी।

-पेशेंट के इलाज के लिए सभी जगहों पर पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

इनफ्लूएंजा के लक्षण समान है -

- बच्चे, बुजुर्ग और कैंसर के मरीजों को इससे सावधान रहना चाहिए

-मरीज को बुखार, बदन दर्द से जूझ रहा है तो ऑक्सीजन कंस्ट्रेट लगाए

- बीआरडी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों पर आक्सीजन प्लांट फंक्शनल है।

इनफ्लूएंजा की जांच के लिए किट की डिमांड की गई है। किट मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में टेस्ट किराए जाएंगे। इसकी तैयारी कर ली गई है। उधर आईएमआरसी लैब में भी जांचे की जाएगी।

- डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज