-इस बार रक्षा बंधन में नहीं हो सकेगा भाई बहन का मिलन

-बहने भाई के लिए भेज रही कूरियर और पोस्ट से राखियां

-बहनें भाईयों से मांगेगी कोरोना से रक्षा का वचन

<-इस बार रक्षा बंधन में नहीं हो सकेगा भाई बहन का मिलन

-बहने भाई के लिए भेज रही कूरियर और पोस्ट से राखियां

-बहनें भाईयों से मांगेगी कोरोना से रक्षा का वचन

GORAKHPUR: GORAKHPUR: कोरोनावायरस ने सब कुछ बदल कर रख दिया है। इससे आर्थिक गतिविधियां प्रभावित तो हो ही रही है भारतीय त्यौहारों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। इस बार रक्षा बंधन में भी हर साल दिखने वाला उत्साह पहले से कम दिखेगा। वहीं, बहनें रक्षा के इस पर्व पर अपने भाई से तोहफे के रूप में कोविड-क्9 से निपटने के लिए बनाए गए रूल्स को ईमानदारी से फॉलो करने का वचन लेंगी। इस वचन को निभाकर केवल भाई अपनी ही नहीं बल्कि पूरे परिवार और दोस्त की रक्षा करेंगे। कोरोना काल में कुछ इस तरह बहनें अपने भाई से वचन लेकर रक्षा बंधन का त्योहार मनाएंगी। हालांकि, बहनों ने लॉकडाउन के चलते पहले से तैयारी कर भाइयों को कूरियर और डाक से राखी भेजना शुरू कर दिया है।

गूगल मीट पर भी बांधेगी राखी

जूम एप और गूगल मीट एप का भी यूज इस बार रक्षा बंधन में देखने को मिलेगा। दिवानी बाजार एरिया की रहने वाली गरिमा अग्रवाल बताती है कि सही समय पर भाई के पास बनारस राखी पहुंच जाए इसके लिए मैंने पहले ही राखियां भेजवां दी हैं। रक्षा बंधन के दिन गूगल मीट पर हम सभी बहनें भाई को शुभकामनाएं देंगे।

शहर के अलीनगर इलाके की अल्पना ने बताया कि मैंने ऑनलाइन ही राखी खरीदकर भाईयों के पास मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद भेज दिया है। कोरोना के प्रकोप के चलते हर जगह हॉट स्पॉट बनाए गए हैं। इस हाल में बाहर निकलना जोखिम भरा है। मार्केट में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि अपने भाई से इस बार एक ही चीज मांगेगी कि कोविड क्9 से बचने के लिए जो भी रूल है, उसको अच्छे से फॉलो करें।

देश विदेश से गोरखपुर पहुंच रहीं राखियां

गोरखनाथ एरिया के अरूण की बहन यूरोप में रहती हैं। इस बार रक्षा बंधन में उनका आना मुश्किल है। बहन ने क्0 दिन पहले ही अरूण और उनके बच्चों के लिए राखियां भेजी हैं। इसी तरह विकास नगर कालोनी के नीतिश पांडेय की बहन दुबई में रहती है। नीतिश ने बताया कि बहन की राखी कूरियर से घर पहुंची है। अब रक्षा बंधन के दिन वीडियो कॉल के जरिए बहन के सामने राखी बांधूंगा।

ऑनलाइन सेलेक्ट कर भेज रहे तोहफा

रक्षा बंधन भाई का बहन का पवित्र त्योहार है। इसलिए इस त्योहार में भाई भी सुरक्षा की वादा देकर बहनों को अपनी क्षमता के हिसाब से अच्छा गिफ्ट देते हैं। इस बार जो लोग अपनी बहनों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं वे कूरियर से गिफ्ट भेज रहे हैं। साड़ी, सूट और महंगे च्वेलरी के आइटम बहनों को कूरियर से भाई भेज रहे हैं। इन सब के बीच कूरियर एजेंट का भी काम और जिम्मेदारी बढ़ गई है कि समय से गिफ्ट और राखियां घर तक पहुंच सके।

कोट-

कोरोना की वजह से हम लोग अपने घरों में रहकर ही रक्षा बंधन का त्योहार मनाएंगे। भाई को भी बोल दिया है कि वे जहां भी है अच्छे से रहे। इस बार रक्षा बंधन में हमें भाई से कुछ नहीं चाहिए। केवल इतना वचन भाई से लूंगी कि वे कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क जरूर लगाए।

सारिका पांडेय, शाहपुर

मुझे पता था कि इस बार माहौल ऐसा है कि भाई रक्षा बंधन में घर नहीं आ पाएंगे। इसलिए मैने कुरियर से बंगलुरू के लिए राखी भेजवा दी। भाई से मैंने निवेदन भी किया कि वो कहीं भी बाहर ना निकले, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क जरूर लगाए।

प्रियंका,

मैंने अपने भाई को बता दिया था कि इस समय बाहर निकलना ठीक नहीं है। मैंने उनके लिए डीटीडीसी से कोलकाताराखी भेजवा दी है। मैंने भाई को पहले भी समझाया है। रक्षा बंधन के दिन भी वचन लूंगी कि वो कोविड-क्9 को गंभीरता से लें। उससे बचाव के सभी रूल्स फॉलो करे।

स्मिता त्रिपाठी,

हर बार प्रोग्राम बन जाता था और हम लोग रक्षा बंधन के दिन भाई के पास फैजाबाद जाते थे। इस बार माहौल अच्छा नहीं हैं इसलिए राखी डीटीडीसी से भेजवा दी है। साथ ही भाई को एक मैसेज भी लिखा है कि वो कोरोना के लेकर अपना और पूरे परिवार को अच्छे से ख्याल रखें।

श्वाती गोयल,

मेरे भाई पड़रौना में रहते हैं। मैंने देर ना कर रिलेटिव के हाथों राखी भेजवा दिया है। अब रक्षा बंधन के दिन वीडियो कॉल पर रक्षा बंधन की फार्मेल्टीज पूरी करूंगी। सबसे जरूरी है कि भाई सही सलामत रहे। इसके लिए भगवान से भी विनती करूंगी और भाई को भी समझाउंगी कि वो कोरोना काल में बचकर रहे।

श्रद्धा