- कोरोना के प्रकोप के बीच अलग अंदाज में रक्षाबंधन पर्व मनाएंगे गोरखपुराइट्स

- वीडियो कॉल के जरिए बांटेंगे त्योहार की खुशियां, पहले ही भाइयों ने बहनों के लिए भिजवा दिए गिफ्ट

GORAKHPUR: रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जो भाई-बहनों के प्यार को रक्षा की मजबूत डोरी से बांधे रखता है। यह त्योहार सदियों से यूं ही चला आ रहा है। लेकिन इस कोरोना काल ने सबकुछ बदल कर रख दिया है। हर साल बहनें अपने भाईयों को राखी बांध उनकी ढेर सारी दुआएं लेती हैं और साथ ही मिलता है रक्षा का वचन। लेकिन इस बार भाई रक्षा के उस वचन को सिद्ध करने के लिए कोरोना को लेकर खास एहतियात बरतेंगे। बेसब्री से इस त्योहार का इंतजार कर रहे गोरखपुराइट्स ने रक्षाबंधन पर्व को घर बैठे ही बेहद खास बनाने की तैयारी की है। सभी का कहना है कि इस बार खास एहतियात से त्योहार मनाना है ताकि खुद के साथ ही अपनों को कोरोना जैसी महामारी से बचाया जा सके।

घर पर बनाएं रक्षा की डोरी

शाहपुर के रहने वाले रजनीश सिंह ने बताया कि हर साल जिस त्योहार को भाई-बहन एक साथ बैठकर मनाते हैं, उसका स्वरूप इस साल अचानक बदल गया। ऐसे में अब लोगों के मन में कई तरह के विचार और शंकाएं पैदा हो रही हैं कि हम अपनों से कैसे मिलें या कैसे बातचीत करें। मगर आज के इस दौर में बहुत से माध्यम है, जिसके जरिए आप उनसे बात भी कर सकते हैं और खुशी का इज़हार भी कर सकते हैं। इस बार बहनों ने राखी जैसी पवित्र डोर को ज्यादा से ज्यादा घर पर ही तैयार किया है। घर पर रखी कोई भी रेशमी डोरी, कलावा, मोती और सितारों की मदद से सजाकर आसानी से बनाए हैं। जो न सिर्फ देखने में आकर्षित कर रही हैं बल्कि बांधते वक्त भी इसे सेनेटाइज करने की जरूरत नहीं है।

राखी बांधने से पहले हाथों को करें सेनेटाइज

वहीं, प्रेम विश्वकर्मा कहते हैं कि कोरोना वायरस को देखते हुए रक्षाबंधन के पर्व पर खास ध्यान रखा जाना चाहिए ताकि बीमारी से सुरक्षित रहा जा सके। सबसे पहले मुंह मीठा करवाने की बजाए हाथों को सेनेटाइज जरूर किया जाए ताकि किसी तरह के वायरस की गुंजाइश न रह सके। इसके लिए विशेष ध्यान रखा है। अलग कमरे में बैठने को कहें। सही मुहुर्त पर बहन भाई की कलाई पर राखी बांधें और त्योहार को सुरक्षित बनाएं।

गिफ्ट को जरूर करें साफ

रक्षाबंधन के लिए आप अपने प्रियजनों के लिए अगर कोई गिफ्ट आइटम खरीदते हैं, तो उसे घर लाकर कुछ देर के लिए अलग रख दें और फिर सेनेटाइज करने के बाद ही किसी को उपहार में दें। इसके अलावा अगर आप कोई सामान खरीद रही हैं, तो कोशिश करें कि आप उन्हें घर पर लाकर ही पैक करें ताकि स्वच्छता कायम रहे और किसी वायरस का खतरा न पनपे।

साबुन का इस्तेमाल बेहतर

अगर आप कहीं बाहर हैं, तो सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें लेकिन अगर घर पर ही हैं तो हाथों को सेनेटाइज करने की बजाय उन्हें साबुन से धोएं, ताकि किसी प्रकार की एलर्जी न हो सके। इसके अलावा अगर आपके घर में छोटे बच्चे और बुजुर्ग हैं, तो उनसे सेनेटाइजर को दूर रखें।

किसी के घर जाने से करें परहेज

रोशन सिंह कहते हैं कि ऐसे हालातों में हमें कोशिश करनी चाहिए कि हम घर पर ही रहें और अपना ख्याल रखें। सुरक्षा के लिहाज से हमें कहीं बाहर निकलने से पहले उस एरिया की पूरी जानकारी हासिल करनी चाहिए ताकि हमें संक्रमण वाले इलाकों का पता लग पाए। इसके अलावा चाहे त्योहार ही हो, हमें फिर भी किसी के घर जाकर मास्क नहीं उतारना चाहिए और जल्द ही लौट आना चाहिए।

बुजुर्गो का रखें खास ख्याल

अगर आप 60 की उम्र पार कर चुके हैं, तो बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता है। फोन या फिर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने प्रियजनों से संपर्क कर सकते है। इसके अलावा अपने परिवार के साथ ही इन पलों को एंजॉय करें, ताकि कोई इंफेक्शन आपको न छू पाए।

वेब कॉल के जरिए करें संपर्क

कई जगह लॉकडाउन और महामारी के कारण लोगों का घर से निकलना संभव नहीं हो पा रहा। ऐसे में सभी भाई-बहन वेब कॉल के जरिए रक्षा बंधन पर एकजुट हो सकते हैं और खुशी जाहिर कर सकते हैं।

कोट्स

कोरोना की वजह से बहनों से राखी बंधवाने के लिए उनके घर नहीं जा पा रहे हैं लेकिन उनके लिए पहले ही उपहार खरीद कर भेज दिया है। बहन की ढेरों दुआएं हमारे साथ हैं। उनके वचनों को पूरी तरह से निभाएंगे और कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सभी नियमों का पालन करेंगे। मास्क, सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित किया जा रहा है।

प्रेम विश्वकर्मा

कोरोना वायरस के चलते इस बार हम लोग घर पर ही रहकर रक्षा बंधन का त्यौहार मनाएंगे। सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन का पूरा पूरा पालन किया जाएगा। रक्षा बंधन में बहन के लिए पहले से ही उपहार खरीद लिया है। बस इतना वचन बहन से जरूर लूंगा कि वह कोरोना से बचने के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें

रोशन सिंह

लॉकडाउन में लग रहा था कि कुछ ही दिन के लिए यह बीमारी रहेगी लेकिन इस बीमारी ने रक्षा बंधन के त्योहार पर भी ग्रहण लगा दिया। बहन के लिए पहले ही उपहार भिजवा दिया है। बहन और पूरे परिवार से आग्रह है कि वह इस संक्रमण काल में घर से बाहर न निकलें। जरूरी काम हो तो मास्क लगाकर बाहर निकलें। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखें।

अश्वनी सिंह

मेरी बहन बाहर रहती है। हर बार रक्षा बंधन के दिन घर आ जाती थी लेकिन कोरोना की वजह से इस बार नहीं आ पा रही है। उसने मैसेज के साथ ऑनलाइन राखी भी भिजवा दी है। साथ ही संदेश भी दिया कि कोरोना काल में मेरे वचन का ख्याल जरूर रखें और अनावश्यक घर से बाहर न निकलें। चेहरे पर मास्क और साथ में सेनेटाइजर जरूर रखें। इस संकट काल में अपना और परिवार का विशेष ख्याल रखें।

ज्ञान यादव