- डमी एकाउंट के जरिए हुआ है खूब घोटाला
GORAKHPUR:
विकास भवन स्थित पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले में सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच (लखनऊ) ने जांच तेज कर दी है। गुरुवार को सीबीआई टीम बैंक के अफसरों-कर्मचारियों के अलावा समाज कल्याण समेत कुछ अन्य विभागों के कर्मचारियों से पूछताछ करने और दस्तावेज हासिल करने गोरखपुर पहुंची। सीबीआई के आने की सूचना से दिनभर विकास भवन में हड़कंप मचा रहा। सीबीआई कई बार बैंक समेत विभिन्न विभागों के अफसरों, कर्मचारियों को लखनऊ में बुलाकर घंटों पूछताछ कर चुकी है। मंगलवार को भी टीम ने कुछ लोगों से संपर्क किया था। 2019 में 23 और 24 सितंबर को भी समाज कल्याण विभाग के दो कर्मचारियों से पूछताछ के बाद विभिन्न योजनाओं से जुड़े दस्तावेज तलब किए गए थे। बताया जा रहा है कि अभी करीब पांच करोड़ रुपए के घोटाले का अनुमान है।
टीम ने जुटाए सबूत, बटोरकर ले गए दस्तावेज
सीबीआई के दो अफसरों ने गुरुवार को बैंक कर्मचारियों के अलावा समाज कल्याण विभाग, डीपीआरओ ऑफिस सहित अन्य विभागों के अफसरों और कर्मचारियों से पूछताछ की। समाज कल्याण विभाग में अफसरों ने पूर्व में भेजी गई छात्रवृत्ति की सूची मांगी। मगर विभाग ने बताया कि सूची पुरानी होने की वजह से उनके पास नहीं है।
15 डमी अकाउंट खोलकर कर दिया हेरफेर
आरोप है, पूर्व प्रबंधक एसएन चौबे ने बैंक के अपने अन्य अफसरों, कर्मचारियों के सहयोग से वर्ष 2012 से 2015 के बीच विभिन्न सरकारी योजनाओं के 15 डमी अकाउंट खोलकर करीब पांच करोड़ रुपए निकाल लिए थे। इन योजनाओं में छात्रवृत्ति, वृद्धा-विधवा पेंशन, महामाया आर्थिक मदद, रानी लक्ष्मी बाई योजना, विकलांग पेंशन समेत कुछ अन्य योजनाएं शामिल हैं। सीबीआई ने इस मामले में पूर्व ब्रांच मैनेजर एसएन चौबे समेत बैंक के पांच अफसरों, कर्मचारियों के साथ ही कई अन्य अज्ञात पर अप्रैल 2017 में मुकदमा दर्ज किया था।
इनके खिलाफ जांच
ब्रांच मैनेजर, श्यामा नंद चौबे
लोन इंचार्ज, प्रदीप कुमार जायसवाल
लोन इंचार्ज, ओम प्रकाश मल्ल
हेड कैशियर, राजेंद्र कुमार
चपरासी, अरविंद कुमार
अन्य अज्ञात व्यक्ति
इन अकाउंट्स में हुई गड़बड़ी
छात्रवृत्ति खाता
वृद्धा पेंशन योजना
विधवा पेंशन योजना
विकलांग पेंशन योजना
छात्रवृत्ति (पिछड़ा वर्ग)
संग्रह खाता छात्रवृत्ति
छात्रवृत्ति (सामान्य)
महामाया आर्थिक मदद योजना
रानी लक्ष्मी बाई योजना
वृद्धा पेंशन योजना
संग्रह खाता (टू)
संग्रह खाता- लोहिया योजना
वर्जन
सीबीआई की एक टीम आई थी। यह मामला काफी पुराना है। उन्होंने कुछ मामलों में जानकारी ली। आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
- मैनेजर सिंह, प्रबंधक, पीएनबी, विकास भवन शाखा