- सीबीएसई बोर्ड ने जारी किया इमोशनल सर्कुलर

- पैरेंट्स से की अपील, बच्चों पर न डालें एग्जाम का प्रेशर

GORAKHPUR: मेरा बेटा जिला टॉप करेगा, मेरी बेटी ने खूब मेहनत की है फ‌र्स्ट आएगी, शर्मा जी का बेटा कितना पढ़ता है तुम बिल्कुल बेकार हो पैरेंट्स की ये बातें बच्चों को सुई की तरह चुभती हैं। वे सोचते हैं कि मैंने अगर अपने पैरेंट्स की सोच के मुताबिक रिजल्ट नहीं लाया तो कितनी बेइज्जती होगी। इस प्रेशर में कई बच्चों का पेपर खराब भी होता है तो वहीं कई बच्चे गलत कदम भी उठा लेते हैं। इसलिए इस बार बोर्ड एग्जाम को लेकर सीबीएसई बोर्ड ने पैरेंट्स के लिए एक सर्कुलर जारी किया है। जिसमें पैरेंट्स से अपील की गई है कि वे अपने बच्चों पर एग्जाम में अधिक नंबर लाने का प्रेशर न डालें।

पैरेंट्स तक पहुंचाएं लेटर

बोर्ड ने सभी सीबीएसई स्कूलों को लेटर भेज दिया है। साथ ही ये निर्देश दिया है कि ये लेटर बोर्ड एग्जाम में बैठने वाले सभी कैंडिडेट्स के पैरेंट्स तक पहुंचाए जाएं ताकि वे इसे पढ़कर इस पर अमल कर सकें।

बच्चों को खुद ही बनाने दें कॅरियर

लेटर में लिखा है कि बच्चों को मॉ‌र्क्स के खेल में ना डालकर उन्हें खुद पढ़ने दें। बच्चों की रूचि देखें, इसके बाद उन्हें कॅरियर बनाने का फुल फ्रीडम दें।

स्कूल लेवल पर होतीं एक्टिविटीज

लेटर में ये भी लिखा है कि स्कूल लेवल पर कई करीकुलर एक्टिविटीज कराई जाती हैं जिससे यह पता चलता है कि बच्चा क्या बेहतर करता है। इसलिए बच्चे की चाहत को कभी ना दबाएं और उन्हें इन एक्टिविटीज में पार्टिसिपेट करने दें।

मॉ‌र्क्स के लिए दांव पर न लगाएं जिंदगी

रैंपस स्कूल के प्रिंसिपल राजकुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सीबीएसई ने पैरेंट्स से एक इमोशनल अपील की है। मॉ‌र्क्स के लिए अपने बच्चों की जिंदगी कोई दांव पर नहीं लगा सकता है। छोटी सी चूक से बड़ी गलती हो सकती है। इसलिए पैरेंट्स अपने बच्चों को फ्रीडम दें।

ये है सर्कुलर की खास बातें

- अपने बच्चे को मॉ‌र्क्स के खेल में ना फंसने दें।

- इंट्रेस्ट के हिसाब से कॅरियर बनाने दें।

- अपने बच्चों की तुलना दूसरों के बच्चों से ना करें।

- दबाव बनाने के बजाए आगे बढ़ाने के लिए मोटिवेट करें।

- फ्रेंड बनकर उनके मन की बात समझें।

- बच्चों के लिए स्कूल महज एक अनुभव यात्रा है।

फैक्ट फिगर

शुरू हो रहा बोर्ड एग्जाम - 15 फरवरी

हाईस्कूल का एग्जाम देंगे 15000 कैंडिडेट

इंटर का एग्जाम देंगे 10000 कैंडिडेट

कुल कैंडिडेट देंगे एग्जाम -25000

सेंटर्स - 26

वर्जन

सीबीएसई ने पैरेंट्स से एक इमोशनल अपील की है कि मॉ‌र्क्स के लिए अपने बच्चों की जिंदगी दांव पर न लगाएं। छोटी सी चूक से बड़ी गलती हो सकती है इसलिए जरूरी है कि पैरेंट्स अपने बच्चों को फ्रीडम दें।

- राजकुमार श्रीवास्तव, प्रिंसिपल, रैंपस