-सीबीएसई बोर्ड स्कूलों में 1 मार्च से 11 जून तक चलेंगे प्रैक्टिकल

-कोविड गाइडलाइन के अनुसार होगा प्रैक्टिकल एग्जाम, 25-25 के बैच में स्टूडेंटस देंगे प्रैक्टिकल

GORAKHPUR: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) स्कूलों में 10वीं और 12वीं का प्रैक्टिकल एग्जाम और अन्य एक्टिविटीज जैसे- प्रोजेक्ट और इंटरनल असेसमेंट का संचालन एक मार्च से 11 जून तक चलेगा। सीबीएसई ने प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए लैब को तैयार करने के लिए गाइडलाइन जारी की है। प्रत्येक बैच में 25 स्टूडेंटस प्रैक्टिकल एग्जाम देंगे। इस बार कोविड को देखते हुए बोर्ड ने ये रूल बनाया है कि किसी स्टूडेंट जिसको बुखार, खांसी या सर्दी की शिकायत हो उसका प्रैक्टिकल और बच्चों से अलग कराया जाएगा। जिस स्कूल ने इस रूल को नजरअंदाज किया बोर्ड उसके ऊपर 50 हजार का जुर्माना ठोक सकता है। इसलिए स्कूल को एग्जाम से पहले अच्छे से तैयारी करनी होगी, जिससे कोई कमी ना रह जाए।

लैब को बार-बार करना होगा सैनिटाइज

लैब में अधिक भीड़ ना हो और सोशल डिस्टेसिंग रूल फॉलो हो सके इसके लिए बोर्ड ने डिसाइड किया है कि 25-25 के बैच में बच्चे एग्जाम देंगे। हर बैच के प्रैक्टिकल एग्जाम के बाद स्कूलों को अपने लैब को सैनिटाइज करना होगा। कोविड 19 नियमों का सख्ती से पालन करने के लिए ये भी रूल बना है कि एग्जाम के दौरान फेस मास्क पहनना, दस्ताने पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना। स्टूडेंट को अपना खुद का सैनिटाइजर लाना होगा।

असेसमेंट के बाद तुंरत करें मा‌र्क्स अपलोड

सीबीएसई ने स्कूलों से असेसमेंट पूरा होने के तुरंत बाद सही मॉ‌र्क्स अपलोड करने को कहा है। साथ ही बोर्ड द्वारा सेलेक्ट किया गया बाहरी एग्जामनर से ही प्रैक्टिकल परीक्षा करानी होगी। यदि बोर्ड द्वारा सेलेक्ट किया गए एग्जामनर के अलावा किसी अन्य से प्रैक्टिकल एग्जाम कराया जाता है तो एग्जाम कैंसिल कर दिया जाएगा। स्टूडेंट को थ्योरी एग्जाम में मिले मॉ‌र्क्स के आधार पर नंबर दिए जाएंगे।

पहले और बाद में धुलना होगा हाथ

स्कूलों को लैब का स्थान और बुनियादी ढांचे के आधार पर स्टूडेंट के लिए एंट्री और जाने के रास्ते को चिह्नित करना होगा। आने जाने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसका पूरा ध्यान रखना होगा। वहीं स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल शुरू करने के पहले और पूरा होने के बाद अपने हाथ धोने होंगे।

कोट

इस बार तीन महीने 11 दिन का समय प्रैक्टिकल के लिए मिल रहा है। स्कूल में इसके लिए तैयारी कर ली गई है, जो भी स्टूडेंट एग्जाम देने आएंगे उनकी अच्छे स्क्रीनिंग कराई जाएगी। जरा भी दिक्कत होने पर स्टूडेंट को बाद में प्रैक्टिकल के लिए बुलाया जाएगा।

अजय शाही, डायरेक्टर, आरपीएम एकेडमी

एग्जाम के लिए लैब तैयार है। स्टूडेंट के आने जाने का रास्ता तय कर लिया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसका पूरा ध्यान दिया जाएगा। साथ ही स्टूडेंट को ट्रेवेल स्टेटस भी लिया जा रहा है। कहीं बाहर से आने वाले स्टूडेंट को घर पर आराम दिया जा रहा है।

डॉ। सलील के श्रीवास्तव, डायरेक्टर, जेपी एजुकेशन एकेडमी