गोरखपुर (ब्यूरो)।कई बार ऐसी शिकायतें मिली हैं कि लैब में सारे इंतजाम नहीं थे, इसलिए इस बार प्रैक्टिकल से पहले एक्सटर्नल एग्जामनर स्कूलों में जाकर लैब की जांच कर वहां का अरेंजमेंट देखेंगे। इसके लिए बोर्ड द्वारा एक्सटर्नल एग्जामनर की टीम बना ली गई है।

पहले से तैयार मिलेंगे लैब

एग्जामनर द्वारा जांच के बाद फायदा ये होगा कि प्रैक्टिकल से पहले प्रयोगशालाओं में टेस्ट ट्यूब, बीकर, ओनिकल फ्लास्क, ब्यूरेट, पीपेट, बोल्ट मीटर व टेलीस्कोप जैसे उपकरण पहले से तैयार मिलेंगे। इसके साथ ही जहां भी कमियां होंगी उसे प्रैक्टिकल से पहले दूर कराया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि जिससे प्रैक्टिकल एग्जाम में स्टूडेंट्स को परेशानी न आए।

लैब में मौजूद रहनी चाहिए सारी फैसिलिटी

बोर्ड के अनुसार स्कूल के लैब में फार्मेलिटी नहीं बल्कि सारी फैसिलिटी अवेलब होनी चाहिए। इसकी जांच के लिए ही एक्सटर्नल एग्जामनर की टीम बनाई गई है। इस सूचना के बाद गोरखपुर के सभी स्कूल अपने लैब को दुरूस्त करने में जुट गए हैं। जिससे जांच टीम को सबकुछ सही मिले। लैब में कमी मिलने पर स्कूल की भी बदनामी होगी। इसलिए स्कूल कोई कमी नहीं छोडऩा चाह रहे।

आईसीएसई ने बढ़ाए पांच नए सब्जेक्ट

आईसीएसई ने नए सेशन साल 2023 से पांच नए सब्जेक्ट बढ़ाए हैं। सुविधा के अनुसार स्टूडेंट्स इन्हें भी लेकर पढ़ सकते हैं। इसमे डाइटेटिक एलेड, बेसिक डाटा एंट्री ऑपरेटर, कैशियर, अर्ली इयर्स फिजिकल एक्टिविटी फैसिलेटर और ऑटोमोटिव सर्विस टेक्नीशियन सब्जेक्ट शामिल हैं। इसके साथ ही आईसीएसई ने स्कूलों को 12वीं की मान्यता के लिए पोर्टल खोल दिया है। काउंसिल ने कहा कि नई शिक्षा नीति में हाईस्कूल बोर्ड खत्म होने की बात कही गई है। ऐसे में जिन राज्यों में नई शिक्षा नीति लागू होगी सिर्फ हाईस्कूल की मान्यता पर स्कूल चलाने वालों की परेशानी बढ़ जाएगी। ऐसे स्कूलों को राहत देते हुए बोर्ड ने कहा है कि 12 की भी मान्यता ले लें, ताकि नई शिक्षा नीति लागू होने पर बच्चों व स्कूल को किसी तरह की कोई परेशानी न हो।

बोर्ड इस बार प्रैक्टिकल से पहले सभी स्कूलों के लैब को चेक करेगा। इसके लिए एक्सटर्नल एग्जामनर को लगाया है। एक्सटर्नल एग्जामनर स्कूलों में जाकर लैब का सारा इंतजाम देखेंगे।

डॉ। सलील के श्रीवास्तव, डायरेक्टर, जेपी एजुकेशन एकेडमी