दाहिने पैर के जूते में छिपाया था गोल्ड

कस्टम डिपार्टमेंट के अफसरों ने बताया नौतनवां से आने वाली दुर्ग एक्सप्रेस में गोल्ड लाने वाले कैरियर की सूचना मिली। मुखबिर ने उसका कैरियर का हुलिया बताया। ट्रेन स्टेशन पर पहुंची तो अफसरों ने उस पर नजर रखना शुरू कर दिया। थोड़ी देर बाद रिक्शे पर सवार होकर एक युवक गोलघर की तरफ चला। इंदिरा बाल बिहार पर पहुंचते ही कस्टम टीम ने उसको दबोच लिया। तलाशी लेने पर उसके जूते में छिपाई एक किलो चाइनीज गोल्ड की ईट बरामद हुई। युवक की पहचान नौतनवां महेंद्र नगर वार्ड नंबर 13 निवासी परमात्मा के बेटे पंकज जायसवाल के रूप में हुई।

सर्राफा मंडी में पंडित को देनी थी डिलेवरी

आरोपी पंकज ने बताया कि वह चौथी बार डिलेवरी देने में पकड़ा गया। इसके पहले पैकेट में भैरहवा से गोरखपुर में गोल्ड पहुंचा चुका है। सर्राफा मंडी में पंडित के वहां उसको डिलेवरी देनी थी। वहां पहुंचने पर वह 10 रुपये के नोट का नंबर बताकर माल थमा देता। लेकिन इसके पहले उसको पकड़ लिया गया। सोना पहुंचाने पर उसको एक हजार रुपये कैश और टीए, डीए मिलता है।

एक बड़ी कामयाबी है। पूछताछ के आधार पर बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है। इसकी तलाश काफी दिनों से चल रही थी। हर बार हाथ से फिसल जा रहा था।

एनडी सिंह सोलंकी, कस्टम अधीक्षक, गोरखपुर