गोरखपुर (ब्यूरो)। मीटर की दूसरी खेप नहीं आने से बड़ा संकट खड़ा हो गया। प्री-पेड मीटर का भी संकट खड़ा हो गया है। 60 से 70 कंज्यूमर्स प्री-पेड कनेक्शन लगवाने के लिए बिजली निगम के जेई व एसडीओ कार्यालय का रोजाना चक्कर काट रहे हैं।

आश्वासन पर लौट रहें कंज्यूमर्स

बिजली निगम के मुताबिक पिछले सप्ताह सेंट्रल स्टोर में आए 4 हजार मीटर को नए कनेक्शन पर लगाने के लिए अवर अभियंताओं को आवंटित कर दिया गया। ऐसे में खराब मीटर बदलने को 5-5 मीटर सभी जेएमटी को परीक्षण खंड के अभियंताओं ने आवंटित किया। जूनियर मीटर टेस्टरों का कहना है कि सभी के पास औसतन 40 से 50 आवेदन लंबित है। 5 मीटर आवंटित हुआ। वरियता के आधार पर कुछ मामलों का निस्तारण किया गया। अब भी बहुत से आवेदन लंबित है। कंज्यूमर्स को रोजाना आश्वासन देकर लौटाया जा रहा है।

केस 01- तारामंडल क्षेत्र के लोहिया इन्क्लेव के रमेश कुमार जायसवाल ने 10 फरवरी को 4 किलोवाट के प्री-पेड बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया। जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्होंने कनेक्शन व मीटर की फीस भी 16 फरवरी को जमा कर दी। उसके बाद से वे अपने फ्लैट के रोशन होने का इंतजार कर रहे है।

केस 02-जीडीए के लेक ब्यू अपार्टमेंट के संजीव कुमार गुप्ता ने 20 फरवरी को झटपट पोर्टल पर अपने फ्लैट में 3 किलोवाट के प्री-पेड बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किए। परिसर की जांच व ऑनलाइन रिपोर्ट लगने के बाद उन्होंने 24 फरवरी को मीटर व कनेक्शन की फीस भी जमा कर दिए। बावजूद इसके प्री-पेड मीटर के संकट की वजह से अबतक उनके फ्लैट में कनेक्शन नहीं लग पाया है।

केस 03-मोहद्ददीपुर के रमेश प्रसाद सिंह ने अपनी दुकान में दो किलावोट के बिजली कनेक्शन के लिए 19 फरवरी को पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन किया। जांच व मौके के भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट पोर्टल पर दर्ज होने के बाद उन्होंने 25 फरवरी को पैसा भी जमा कर दिया। मीटर संकट के कारण उनके वहां अबतक कनेक्शन नहीं लग पाया। रमेश का कहना है कि बिजली कर्मचारी कहते है कि परीक्षण खंड के स्टोर में बिजली मीटर ही नहीं है ऐसे में कैसे कनेक्शन होगा?

वर्जन

मामला संज्ञान में आया है। मीटर के लिए परीक्षण खंड ने स्टोर को डिमांड भेजी है। सेंट्रल स्टोर में भी शायद मीटर नहीं है। हो सकता है कि सप्ताहभर में मीटर आ जाए। उसके बाद कंज्यूमर्स की समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। नए कनेक्शनों पर मीटर लगाए जा रहे है।

ई। यूसी वर्मा, एसई शहर