- एक साल बाद क्लास 1 से 5 तक के बच्चे पहुंचे स्कूल

- टीचर्स ने लगाया बच्चों के माथे पर तिलक तो स्टूडेंट ने भी पैर छूकर लिया आशिर्वाद

- सोमवार को परिषदीय पूरे तो प्राइवेट आधे ही खुले स्कूल

GORAKHPUR: एक साल बाद स्कूलों में नन्हें-मुन्ने बच्चों के कदम स्कूलों में पड़ गए। इतने दिनों बाद स्कूलों में बच्चों की रौनक लौटी तो स्कूलों ने भी उनके वेलकम की खास तैयारियां की। ऐसा अरेंजमेंट किया कि सोमवार का दिन बच्चों के लिए यादगार बन गया। सुबह- सुबह 9 बजे जब बच्चे स्कूल पहुंचे तो गेट पर ही प्रिंसिपल और टीचर ने उनके माथे पर तिलक लगाकर बच्चों का वेलकम किया। टीचर जब तिलक लगा रहे थे तो बच्चे भी उनके पैर छूकर आशीर्वाद ले रहे थे। इस दौरान टीचर्स ने बच्चों को टॉफी चॉकलेट भी दी।

बच्चों पर बरसाए फूल

सोमवार को स्कूल खुलने थे, तो एक दिन पहले ही सारी तैयारियां कर ली गईं। स्कूल में क्लासरूम सेनेटाइज करने के साथ ही फूल माला और गुब्बारे से सजावट भी की गई। सुबह जब बच्चों ने स्कूल में इंट्री की तो उनके ऊपर फूलों की बरसात भी की गई। स्कूल तक छोड़ने आए पेरेंट्स रास्ते भर बच्चे को कोविड रूल समझाते रहे, लेकिन जब वे स्कूल पहुंचे और वहां का अरेंजमेंट देखा तो खुशी-खुशी बच्चों को स्कूल छोड़कर घर वापस गए। एक-एक बच्चों को क्लासरूम में जाने से पहले थर्मल स्क्रिीनिंग से गुजरना पड़ा। वहीं बच्चे भी पेरेंट्स की बात मानकर थोड़ी-थोड़ी देर पर अपने साथ लेकर आए सेनेटाइजर से हाथ साफ करते रहे।

गवर्नमेंट स्कूलों में भव्य स्वागत

गवर्नमेंट स्कूलों ने भी अपनी तरफ से कोई कोर कसर नहीं छोड़ा। बच्चों का भव्य स्वागत कर उन्हें हंसते खेलते पढ़ाया। परिषदीय के सभी स्कूल सोमवार को खुल गए और टीचर्स ने भी बढ़चढ़कर अपनी भागीदारी निभाई।

सिविल लाइंस में चले दो स्कूल

कोरोना की वजह से पिछले करीब एक साल से स्कूल बंद थे। गाइडलाइन के अनुसार एक मार्च से प्राइमरी स्टैंडर्ड के स्कूलों को भी खोलने का आदेश जारी कर दिया गया। सिविल लाइंस एरिया में आधा दर्जन से अधिक स्कूल हैं। लेकिन सोमवार को केवल दो स्कूल आरपीएम एकेडमी और एमपी चिल्ड्रेन स्कूल में बच्चे आए और सुबह 9 से 1.30 तक पढ़ाई हुई।

पहले दिन खुले आधे स्कूल

सोमवार को सिविल लाइंस के अलावा गोरखनाथ एरिया के स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज, आरपीएम एकेडमी, सरस्वती शिशु मंदिर समेत अन्य स्कूल खुले। वहीं खोराबार, गुलरिहा, बेतियाहाता, आजाद चौक, शाहपुर, असुरन, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, पादरी बाजार समेत सभी जगहों पर आधे स्कूल ही खुले। जिन स्कूलों में ऑनलाइन एग्जाम चल रहे थे उनको सोमवार को बंद रखा गया। स्कूल प्रबंधन का कहना था कि एग्जाम के बाद स्कूल खोलेंगे। वहीं कई स्कूल प्रबंधन ने ये भी कहा कि अब वे नए सेशन अप्रैल से ही पढ़ाई शुरू करेंगे तब बच्चों को बुलाया जाएगा। सेंट पॉल्स स्कूल में पहले दिन पेरेंट्स को बुलाया गया और उन्हें कैंपस में सुरक्षा के साथ पढ़ाई के लिए किया गया अरेंजमेंट को दिखाया गया।

एक साल बाद स्कूल आया। बहुत अच्छा लग रहा है। इतने दिनों बाद टीचर्स से भी आज मिल पाया हूं।

अभिभव शुक्ला, क्लास 3

घर पर ऑनलाइन पढ़ाई की। स्कूल आते वक्त पापा ने समझाया है सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना है और मास्क हमेशा लगाना है।

समृद्धि गुप्ता, क्लास 4

रात से ही पेरेंट्स समझा रहे थे। स्कूल आने पर बहुत अच्छा लगा। इतने दिनों बाद टीचर्स को सामने से देखकर बहुत अच्छा लगा।

अर्पिता सिंह, क्लास 5

मैंने घर पर बहुत कुछ सीखा। ऑनलाइन पढ़ाई के बाद खाली टाइम में स्कूल की बहुत याद आती थी। मैं अपने दोस्तों से भी आज मिल पाया हूं।

सुरभी गुप्ता, क्लास 4

पेरेंट्स ने समझाया है। बाहर नहीं जाना केवल क्लास में रहना। हमेशा मास्क लगाए रहना। मेरे पापा बाइक से लाकर मुझे स्कूल छोड़े हैं।

तरूमिया फिरदौस, क्लास 1

मेरी मैम बहुत अच्छा पढ़ाती हैं। मुझे कोविड के बारे में भी समझाया। मुझे तिलक लगाकर चॉकलेट टॉफी भी दिया।

अरीहंत त्रिपाठी, क्लास 1