गोरखपुर (ब्यूरो)। मुख्यमंत्री सबसे पहले लीला चित्र मंदिर गए। वहां प्रदर्शित हस्तनिर्मित चित्रों को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के लीला चित्र मंदिर भ्रमण में ज्यादा समय लग सकता है। इसके बाद सभाकक्ष में जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिया कि व्यवस्था पर पूरी नजर रखी जाए। लगातार निरीक्षण किया जाए, कहीं कोई कमी नजर आए तो तत्काल दूर कर दिया जाए। गीताप्रेस की ख्याति के अनुरूप कार्यक्रम होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने लीला चित्र मंदिर की लिफ्ट, राष्ट्रपति के कार्यक्रम के लिए बन रहे मंच और आगंतुकों के बैठने के स्थान का भी निरीक्षण किया और तैयारियों का लेआउट भी देखा।

करें ऐतिहासिक बनाने के उपाय

मुख्यमंत्री ने कहा कि गीताप्रेस धार्मिक-आध्यात्मिक पुस्तकों के प्रकाशन की विश्व प्रतिष्ठित संस्था है। यहां राष्ट्रपति का कार्यक्रम भी इसी प्रतिष्ठा के अनुरूप संपन्न होना चाहिए। मुख्यमंत्री को बताया गया कि गीताप्रेस में राष्ट्रपति का कार्यक्रम ऐतिहासिक बनाने के सभी उपाय किए जा रहे हैं। जिन दो ग्रंथों- 'विशिष्ट श्रीरामचरितमानसÓ व 'तत्व विवेचनीÓ का विमोचन उनके हाथों होना है, उसकी छपाई पूरी हो गई है। इस अवसर पर ट्रस्टी बैजनाथ अग्रवाल, देवी दयाल अग्रवाल, ईश्वर प्रसाद पटवारी, माधव जालान, प्रबंधक लालमणि तिवारी व उत्पाद प्रबंधक आशुतोष उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।

ट्रस्टी बैजनाथ अग्रवाल का पूछा कुशल-क्षेम

मुख्यमंत्री ने वयोवृद्ध ट्रस्टी बैजनाथ अग्रवाल का कुशल क्षेम पूछा। उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अपने को स्वस्थ बताया। जाते समय भी मुख्यमंत्री ने एक फिर उनसे पूछा कि आप ठीक तो हैं न। बैजनाथ अग्रवाल ने हाथ जोड़कर कहा सब आपकी कृपा है।