- सीएम योगी ने वनटांगिया गांव में दी 66 लाख के विकास कार्यो की सौगात

- 10 लाभार्थियों को अपने हाथों से दिए आवास स्वीकृति प्रमाण पत्र

GORAKHPUR: गोरखपुर के वनटांगियों के लिए यह दिवाली भी गिफ्ट वाली रही। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के मौके पर तिकोनिया नम्बर-3 में वनटांगिया ग्राम के विकास के लिए लगभग 66 लाख की कुल 09 परियोजनाओं की सौगात दी। इसमें 04 परियोजना का शिलान्यास और 05 परियोजाओं का लोकार्पण शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना अन्तर्गत 10 लाभाíथयों को स्वीकृति प्रमाण पत्र, पुष्टाहार योजना अन्तर्गत 10 लाभाíथयों को ड्राई राशन किट व बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय के 10 स्टूडेंट्स को स्वेटर, ड्रेस भी डिस्ट्रिब्यूट किए। इस दौरान सीएम ने विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी/स्टॉलों का अवलोकन किया और बच्चों को अन्नप्रासन कराया। गांव में भ्रमण कर लोगों से वार्ता की।

प्रदेश सरकार ने दी सुविधा

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी को दीपावली की बधाई/शुभकामना देते हुए कहा कि पर्व व त्यौहार में समाज के जब सभी तबके जुड़ते है, तो उत्साह कई गुना बढ़ जाता है। जनपद के चयनित 5 वनटांगिया बस्ती को राजस्व ग्राम का दर्जा दिया गया है। उन्होंने बताया कि आजादी के 70 साल से बुनियादी सुविधाओं से वंचित इन वनटांगियां गांव में प्रदेश सरकार द्वारा पक्का मकान, शौचालय, पेंशन, मालिकाना हक, हैंडपम्प, सड़क, बिजली आदि सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब के चेहरे पर खुशहाली लाना और शासकीय योजनाओं से लाभ पहुंचाना ही सबसे अच्छी दिवाली है। योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंच सके इस दिशा में शासन प्रशासन तो निरन्तर कार्य कर रहा है, लेकिन आम जन को भी शासकीय योजनाओं के प्रति जागरुक होना आवश्यक है। समाज में कोई भी पात्र व्यक्ति योजना से लाभान्वित होने से वंचित न हो इस दिशा में बिना भेदभाव केन्द्र/प्रदेश सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है। सबका साथ सबका विकास के भाव से सरकार कार्य कर रही है।

अभियान का दिख रहा है असर

सीएम ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन 2 अक्टूबर 2014 से शुरू हुआ है, प्रदेश के अंदर 2 करोड़ 61 लाख गरीब परिवारों को शौचालय देने का कार्य एक मिशन मोड के तहत किया गया है और इसी का परिणाम है कि इंसेफेलाइटिस बीमारी पर नियंत्रण पाया गया है, जहां 1977 से प्रतिवर्ष 500 से 1500 तक बच्चे इंसेफेलाइटिस से मृत्यु/विकलांग होते थे, प्रदेश में सरकार बनने के उपरान्त इंसेफेलाइटिस की समस्या के निदान के लिए लगातार कार्य किया गया, जिसके परिणाम स्वरूप इस वर्ष मात्र 21 मृत्यु हुई और मृत्यु को शून्य करने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर एक को जीने का अधिकार है।

एक दीप जरूर जलाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आव्हान किया है कि कोरोना से बचाव हेतु दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी तथा सैनिकों के नाम दीपावली पर एक दीप जरूर जलायें। दीप मिट्टी का बना होना चाहिए, सावकि भाव के साथ संकल्प लेकर जब हम आगे बढ़ते है तो परिणाम बेहतर होता है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करना है, जब एक व्यक्ति आत्मनिर्भर होगा तो परिवार, सामज, प्रदेश और देश आत्मनिर्भर होगा। उन्होंने वन्य गांव से जुड़े लोगों से कहा कि वे भी कोई विशिष्ट चीज तैयार करें, स्थानीय उत्पाद को प्रमुखता के साथ खरीदा जाये। स्वागत भाषण विधायक ग्रामीण विपिन सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन विधायक पिपराइच महेन्द्रपाल सिंह ने किया। इस अवसर पर सांसद जगदम्बिका पाल, विधायक शीतल पांडेय, संगीता यादव, धर्मेन्द्र सिंह, राजेश गुप्ता, युधिष्ठिर सिंह, डीएम के विजयेन्द्र पांडियन, एसएसपी जोगेन्द्र कुमार आदि उपस्थित रहे।