- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की विकास कार्यों की समीक्षा बैठक

- शहर में जल जमाव से मुक्ति के लिए कराए गए लेडार सर्वे का देखा प्रस्तुतीकरण

GORAKHPUR: शहर को जल जमाव से मुक्त करने के प्रयास तेज हो गए हैं। दो हजार करोड़ रुपए की लागत से शहर को इस समस्या से निजात दिलाई जाएगी। दो दिवसीय गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार की शाम अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उनके समक्ष गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष अनुज सिंह ने जल जमाव से मुक्ति के लिए कराए गए लेडार सर्वे का प्रस्तुतीकरण किया। मुख्यमंत्री ने इस काम में तेजी लाने के साथ ही सड़कों को पूरी गुणवत्ता के साथ समय से पूरा कराने का निर्देश दिया।

एमएमएमयूटी का सहयोग लेने के निर्देश

शहर में लेडार सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर तैयार ड्रेनेज सिस्टम की पूरी कार्ययोजना मुख्यमंत्री के सामने रखी गई। प्रक्रिया तेज करने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि अधिक जल जमाव वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर जीडीए, नगर निगम, आवास विकास, जल निगम व ¨सचाई की ओर से काम शुरू कराया जाए। इस कार्य में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्विवद्यालय का सहयोग लेने का निर्देश भी दिया गया। एक साल के भीतर इस काम को पूरा किया जाए। इसमें केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं से सहयोग मिलेगा।

रामगढ़ताल को डीसिल्ट करने के निर्देश

उन्होंने एक महीने में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने को कहा। ¨सचाई विभाग की ओर से मुख्यमंत्री को बताया गया कि तरकुलानी रेगुलेटर का कार्य अगले वर्षा से पहले पूर्ण हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने रामगढ़ताल को डीसिल्ट कर इस क्षेत्र को जल जमाव से मुक्त करने को कहा। जीडीए के सीमा विस्तार पर भी मुख्यमंत्री से चर्चा की गई। बैठक में पीडब्ल्यूडी की ओर से बनाए गए नालों के फ्लो का वेरीफिकेशन कराने का निर्देश दिया। जल निकासी के लिए उन्होंने पंपों की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया।

सड़कों की गुणवत्ता पर होगी राइट्स की निगरानी

मुख्यमंत्री ने नगर निकास एवं नगर निगम में सड़कों के कार्य को पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने गुणवत्ता की जांच का काम रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक्स सर्विस (राइट्स) को देने को कहा। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता में किसी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए।

दोगुनी करें मजदूरों की संख्या

मुख्यमंत्री ने मोहद्दीपुर- जंगल कौडि़या मार्ग में शहर के भीतर का काम नवंबर तक पूरा करने को कहा। पूरी परियोजना को मार्च 2021 तक पूरी करनी होगी। उन्होंने गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन के कार्य की प्रगित भी जानी। दोनों मार्गों पर मजदूरों की संख्या को बढ़ाकर दोगुना करने का निर्देश दिया।

93 परियोजनाओं का होगा शिलान्यास

मुख्यमंत्री ने नगर निगम और नगर निकायो में स्वीकृत 93 सड़क और नाली की परियोजना शुरू करने का निर्देश दिया। जल्द ही इन परियोजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा। वार्डवार ये विकास कार्य किए जाएंगे।

दुरुस्त किए जाएं ढीले एवं लटकते तार

मुख्यमंत्री ने बिजली निगम के मुख्य अभियंता को निर्देश दिया कि ढीले एवं लटकते तारों को जल्द दुरुस्त कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि शहर के बिजली के तारों को अंडर ग्राउंड किया जाए और महराजगंज से गोरखपुर फोरलेन में बने यूटीलिटी डक में तारों को डाला जाए।

कोरोना से बचाव के लिए डोर टू डोर सर्वे पर जोर

बैठक में मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये डोर टू डोर सर्वे पर बल देते हुये कहा कि बुजुर्ग, गम्भीर बीमारी से ग्रसित, मरीजों सहित बच्चों, गर्भवती महिला का विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज 500 बेड वाले अस्पताल में किया जाए। बैठक में मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, जिलाधिकारी के। विजयेंद्र पांडियन, जीडीए उपाध्यक्ष अनुज सिंह व अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।