- एक्सप्रेस-वे के किनारे बनेंगे औद्योगिक क्लस्टर, 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज

- सैनिक स्कूल सहित 187.51 करोड़ की 16 परियोजनाओं का सीएम ने किया शिलान्यास

GORAKHPUR:

'केंद्र सरकार ने देश के भीतर इस बार के बजट में 100 नए सैनिक स्कूल खोलने का प्रपोजल तैयार किया है। इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश सरकार हर कमिश्नरी में सैनिक स्कूल खोलने की योजना पर तेजी से कार्य कर रही है। गोरखपुर में बनने जा रहा सैनिक स्कूल पूर्वी उत्तर प्रदेश के विद्यार्थियों को सैन्य प्रशिक्षण के साथ योग्यतम शिक्षा देने का प्रयास है। गोरखपुर फर्टिलाइजर कैंपस में सरकार, स्किल डेवलपमेंट का बड़ा सेंटर खोलेगी। यहां ट्रेनिंग पाने वाले लोगों को देश और दुनिया में कहीं भी बेहतर शर्तो पर रोजगार मिल सकेगा'। शुक्रवार को फर्टिलाइजर कैंपस में सैनिक स्कूल की आधारशिला रखने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह बात कही। डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा के साथ मिलकर सैनिक स्कूल का शिलान्यास करने के बाद सीएम ने कहा, यहां पर सैनिक स्कूल एक बड़ी उपलब्धि है। यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को देश के कई क्षेत्रों में आगे बढ़ने, उच्च पदों पर सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। यहां के सैनिक स्कूल में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने बताया, प्रदेश में पहला सैनिक स्कूल 1960 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ। संपूर्णानंद ने स्थापित किया था। कारगिल विजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले परमवीर चक्र विजेता शहीद कैप्टन मनोज पांडेय ने भी इसी सैनिक स्कूल से शिक्षण-प्रशिक्षण प्राप्त किया था। 2017 में भाजपा की सरकार यूपी में आई तो सरकार ने लखनऊ सैनिक स्कूल का नामकरण शहीद कैप्टन मनोज पांडेय के नाम कर दिया।

विकास की गतिविधियों का केंद्र बना खाद कारखाना परिसर

तीन दिवसीय प्रवास पर गोरखपुर आए सीएम योगी ने कहा, 2016 में 1990 में खाद कारखाना बंद हो जाने के बाद 26 साल तक केंद्र और पिछली राज्य सरकारों ने यहां के खाद कारखाने की सुध नहीं ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका नए सिरे से शिलान्यास किया। 2017 में यूपी में बीजेपी की सरकार आई तो खाद कारखाना परिसर विकास की गतिविधियों का केंद्र बन गया। खाद कारखाना बनकर तैयार हो रहा है, इसे अक्टूबर तक जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। इससे नौजवानों को नौकरी और किसानों को सस्ती खाद मिलेगी। इसी परिसर में सैनिक स्कूल बन रहा है। परिसर में देश की सीमाओं की सुरक्षा में लगी एसएसबी का मुख्यालय है। यहां केंद्रीय विद्यालय है। पीएसी की महिला बटालियन स्थापित हो रही है।

कोविड काल में भी जारी रहा विकास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, विकास का कोई विकल्प नहीं होता। यही कारण है कि हमने कोविड काल में भी विकास की गतिविधियों में निरंतरता में कमी नहीं आने दी। उन्होंने कहा कि वैश्रि्वक महामारी कोरोना के प्रबंधन में उत्तर प्रदेश के कार्य बेहतरीन रहे। एक संवेदनशील सरकार के रूप में हम अपने हर नागरिक के साथ खड़े हैं।

सभी 75 जिलों में होंगे मेडिकल कॉलेज

सीएम ने कहा, कभी पूर्वी उत्तर प्रदेश में एकमात्र मेडिकल कॉलेज बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही था। सरकार ने देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर में भी मेडिकल कॉलेज की सौगात दी है, जो जिले बाकी रह गए हैं, वहां हम पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने जा रहे हैं। प्रदेश सरकार के पांच साल पूरा होते होते प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज होंगे। सीएम ने एक बार फिर बताया, गोरखपुर एम्स का शुभारंभ अक्टूबर में पीएम मोदी करेंगे।

एक्सप्रेस-वे के किनारे बनेंगे औद्योगिक क्लस्टर

सीएम ने एक्सप्रेस-वे के जरिए ढांचागत सुविधाओं के विकास का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पूर्वाचल एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, गंगा एक्सप्रेस वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे, बलिया लिंक एक्सप्रेस वे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर बनाए जाएंगे। इससे स्थानीय स्तर पर नौजवानों को रोजगार मिलेगा। सीएम योगी ने बताया कि साढ़े चार सालों में 4.5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है। इसमें 1.20 लाख से अधिक को बेसिक शिक्षा विभाग में ही नियुक्ति मिली है। एक लाख से अधिक युवा पुलिस में भर्ती किए गए हैं।

187.51 करोड़ की 16 परियोजनाओं का शिलान्यास

फर्टिलाइजर में हुए कार्यक्रम में सीएम ने विभिन्न कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के छात्रावासों समेत 16 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। सभी के निर्माण के लिए 187.51 करोड़ रुपए लागत निर्धारित की गई है। इस दौरान कोरोना से अपनों को खोने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए सीएम ने कहा, उनके रहते यूपी में कोई खुद को असहाय न समझे। कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों के भरण पोषण, पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू कर दी गई है। इसी तर्ज पर निराश्रित हुई माताओं और बहनों के लिए अतिशीघ्र योजना आएगी। इस अवसर पर सांसद रविकिशन, मेयर सीताराम जायसवाल, विधायक डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल, विधायक बिपिन सिंह, विधायक संगीता यादव, विधायक शीतल पांडेय, डॉ। विमलेश पासवान, विधायक महेन्द्रपाल सिंह, विधायक संत प्रसाद, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला, कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम के विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी दिनेश कुमार पी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

फैक्ट फीगर

50 एकड़ में फर्टिलाइर कैंपस में सैनिक स्कूल बनाया जाएगा।

154 करोड़ रुपए से तैयार होगा सैनिक स्कूल।

6 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को आवासीय शिक्षा दी जाएगी।

छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग कैंपस बनाया जाएगा।

सैनिक स्कूल का प्रशासनिक भवन प्राचीन भारतीय संस्कृति और परपंरा का दर्शन कराने वाला होगा।

हॉस्टल राष्ट्र नायकों को समर्पित होंगे। अलग-अलग स्थानों का नाम सेना के जांबाजों के नाम होगा।

बागवानी, जैविक खेती और गौशाला की भी व्यवस्था होगी। पर्यावरण संरक्षण पर भी पूरा ध्यान दिया जाएगा।

सभी भवनों में सोलर सिस्टम और रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होगी।

क्लास रूम, हॉस्टल, हाइटेक कम्प्यूटर लैब के अलावा एमपी हॉल और ऑडिटोरियम बनाया जाएगा।

पूरा कैंपस सीसीटीवी कैमरों से लैस होगा। मार्च पास्ट और झंडारोहण के लिए ट्रैक बनाए जाएंगे।

फुटबाल, वॉलीबाल, बास्केटबाल, घुड़सवारी, शूटिंग, जिम्नास्टिक, तैराकी, टेनिस, दौड़ सहित अन्य ट्रेनिंग दी जाएगी।