- 12 सितंबर तक चलने वाले स्वच्छता महाभियान का सीएम ने किया शुभारंभ

- वार्ड स्तर पर गठित स्वच्छता समिति गठित करने के दिए निर्देश, शुरू हुई तैयारी

GORAKHPUR:

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश एक समय इंसेफेलाइटिस, मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों का गढ़ बन चुका था। एक तरफ यहां माफिया का कहर था तो दूसरी तरफ मच्छर और गंदगी से अव्यवस्था फैली थी। अब माफिया प्रदेश छोड़ चुके हैं। वहीं, आज स्वच्छता जागरुकता से बीमारियों पर काबू पाने के साथ ही यहां हम विकास की नई कहानी लिखते जा रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को रैंपस स्कूल में स्वच्छता महाभियान का शुभारंभ करने के बाद लोगों से रूबरू थे। प्रदेशभर में एक साथ शुरू होने वाले प्रोग्राम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, स्वस्थ जीवन के लिए हमें स्वच्छता को संस्कार बनाना होगा। इसे अपने मनोभाव से जोड़ना होगा। यह मनोभाव अपने घर के साथ ही वार्ड, शहर और प्रदेश तक की स्वच्छता के प्रति होना चाहिए। यदि हम स्वच्छता के प्रति जागरुक रहेंगे तो बीमारियां दूर रहेंगी और बीमारियों पर होने वाला खर्च भी बचेगा।

हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

विशेष अभियान में शामिल सफाई कर्मियों की टोली को सीएम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सीएम ने कहा कि संचारी रोगों इंसेफेलाइटिस, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, हैजा, डायरिया सहित अन्य की रोकथाम के लिए स्वच्छता के इस महाभियान में सफाई, जलनिकासी, सेनेटाइजेशन, फॉगिंग, छिड़काव जैसे कार्य एक साथ होंगे। पीने के पानी की शुद्धता के लिए क्लोरीन की टेबलेट भी वितरित किए जाएंगे। सीएम योगी ने कहा, वार्ड स्तर पर स्वच्छता समितियां बनाकर हर नागरिक को स्वच्छता के अभियान से जोड़ा जाए। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने घर का कूड़ा नाली या सड़क पर न फेंकें। इसे नियत स्थान पर रखे कूड़ेदान में ही डालें।

इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौत न्यूनतम स्तर पर

सीएम ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में 40 साल तक नौनिहालों को असमय काल कवलित करने वाली इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण में स्वच्छता अभियान की भूमिका का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 1977-78 से 2017 तक पूर्वी उत्तर में प्रति वर्ष 1200 से 1500 बच्चे इंसेफेलाइटिस के चलते जान गंवा देते थे। पूरा पूर्वी उत्तर प्रदेश इस बीमारी से कराह रहा था। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जयंती पर स्वच्छ भारत अभियान का मंत्र दिया। सफाई के प्रति जागरुकता के इस पवित्र अभियान का परिणाम सबके सामने है। हर घर मे शौचालय होने से परिवर्तन हर तरफ दिख रहा है। इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौत न्यूनतम स्तर पर है, यह बीमारी लगभग गायब हो चुकी है।

जलजमाव की समस्या का देंगे स्थायी हल

सीएम ने कहा, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल में हुई भारी बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में नदियां ओवरफ्लो कर गई। समय से बचाव के उपाय होने से नगरीय क्षेत्र बाढ़ से बच गए लेकिन नदियों का जलस्तर बढ़ने के चलते रेगुलेटर बंद करने पड़े। इसकी वजह से शहर के कुछ इलाकों में भीषण जलजमाव की समस्या हो गई। उन्होंने बताया कि शहर में जलजमाव की समस्या का समाधान निकालने को लोक निर्माण विभाग, गोरखपुर विकास प्राधिकरण और नगर निगम की समन्वित टीम बनाई गई है। इस टीम को तत्काल जलजमाव के अस्थायी और स्थायी समाधान करने के निर्देश हैं। यह समाधान नए मोहल्लों समेत पूरे शहर के लिए होगा।

सफाईकर्मियों को सराहा, कहा- आप नींव के पत्थर

सीएम ने सफाईकर्मियों को स्वच्छता के लिए नींव का पत्थर बता उनकी जमकर हौसलाफजाई की। सीएम ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली 9 महिला सफाईकर्मियों और कई पुरुष सफाईकर्मियों को अपने हाथों उपहार व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने सफाईकर्मियों का ह्रदय से स्वागत करते हुए कहा, ये सफाईकर्मी खुद की चिंता किए बगैर अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से आप सबके घर और नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाने में लगे रहते हैं।

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शिक्षक दिवस पर डॉ। राधाकृष्णन को किया याद

स्वच्छता महाभियान का शुभारंभ करते हुए सीएम ने शिक्षक दिवस पर पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ। राधाकृष्णन को भी याद किया। उन्होंने कहा कि समाज को सही दिशा देने वाला ही शिक्षक होता है। हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि शिक्षक दिवस पर डॉ। राधाकृष्णन की स्मृति में समाज को बेहतर दिशा देने के लिए स्वच्छता के इस महाभियान से जुड़ें।

सीएम ने पदक जीतने वाले डीएम को दी बधाई

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पैरा ओलपिंक में रजत पदक पाने वाले नोएडा के डीएम सुहास एलवाई को बधाई दी। रविवार को गोरखनाथ मंदिर में बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, प्रशासनिक दायित्व का निर्वहन करते हुए डीएम ने जिस तरह से पदक हासिल किया है, वह हृदय से बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री ने उनके पूर्व में हासिल किए गए पदकों की भी चर्चा भी की।