- नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और जल निगम के अफसरों को लगाई फटकार

- बोले- दो दिन में पानी नहीं निकला तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें अफसर

GORAKHPUR:

बारिश थमने के बाद भी शहर की कॉलोनियों के जलमग्न रहने पर कमिश्नर रवि कुमार एनजी ने नाराजगी जताई है। गुरुवार को समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और जल निगम के अफसरों को फटकार लगाई और चेतावनी दी कि अगर दो दिन के अंदर सभी कॉलोनियों से पानी नही निकला तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें। ऐसे लापरवाह अफसरों के खिलाफ शासन को पत्र लिखा जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जलनिकासी की तत्काल ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। कहीं नाला तोड़कर दूसरे नाले के निर्माण की जरूरत हो तो उसे भी किया जाए।

मौके का निरीक्षण कर करें समाधान

कमिश्नर ने अफसरों से दो टूक कहा कि कुछ भी करें, लेकिन जलभराव की समस्या का स्थाई समाधान निकलना चाहिए। उन्होंने तीनों विभागों के अभियंताओं को निर्देश दिया कि जहां-जहां जलभराव है। वहां मौके का निरीक्षण करें और वहीं पर मौजूद रहकर जलनिकासी की व्यवस्था बनाएं। बैठक के दौरान मेडिकल रोड के दोनों तरफ की दर्जनभर से अधिक कॉलोनियों में जलभराव की समस्या पर चर्चा हुई। सही स्थिति जानने के लिए कमिश्नर ने बैठक में उस क्षेत्र के तीन पार्षदों बृजेश सिंह छोटू, राजेश तिवारी और आलोक सिंह विशेन को भी बुलाया था।

ढाई से एक मीटर कर दी गई नाले की चौड़ाई

वहीं, पार्षदों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज फोरलेन के किनारे पहले नाले की चौड़ाई ढाई मीटर थी। कॉलोनियों का पानी तेजी से निकल जाता था। मगर अब नए नाले की चौड़ाई सिर्फ एक मीटर है। कॉलोनियों के नाले से इस मुख्य सड़क के नाले की ऊंचाई अधिक होने की वजह से भी पानी नहीं निकल पा रहा। सामान्य दिनों में भी बिना बारिश के कई कॉलोनियों की सड़कों पर नाली का गंदा पानी भरा रहता है।

पहले किए गए होते इंतजाम तो नहीं होती प्रॉब्लम

कमिश्नर ने अफसरों से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हर साल जलभराव होता है। फौरी इंतजाम किए जाते हैं और बारिश का मौसम खत्म होते ही तीनों विभागों के जिम्मेदार सबकुछ भूल जाते हैं। यदि बारिश का मौसम शुरू होने के पहले ही सक्रिय होकर जलनिकासी के ठोस इंतजाम किए जाते तो आज हजारों की संख्या में लोगों को जलभराव से तमाम तरह की परेशानियों का सामना नही करना पड़ता। उन्होंने अफसरों से कहा कि तत्काल जल निकासी का प्रबंध करने के बाद इस समस्या को खत्म करने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए।

अफसरों पर होगा एक्शन

कमिश्नर रवि कुमार एनजी ने बताया, कई मोहल्लों में अभी भी पानी लगा हुआ है। नगर निगम, जल निगम और लोक निर्माण विभाग के अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि वाटर पंपों की संख्या बढ़ाने के साथ ही जलनिकासी के लिए जो भी जरूरी हो। उसका प्रबंध किया जाए। दो दिन में सभी इलाकों से पानी नहीं निकला तो संबंधित विभाग के जिम्मेदारों पर एक्शन होगा।