गोरखपुर (ब्यूरो).कॉलोनी के लोगों ने बताया कि 200 मीटर से भी कम नाली बनानी है। नाली न होने से सड़क पर घरों से निकलने वाला पानी फैल रहा है। लोग उसी पानी में होकर गुजर रहे हैं। 60 से 70 घरों की परेशानी कोई नहीं सुन रहा है।

विधायक-सांसद से भी गुहार, पर कुछ नहीं हुआ

कॉलोनी के शिवेंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि पोर्टल पर शिकायत से पहले सांसद-विधायक, जीडीए, नगर निगम से शिकायत कर चुके हैं। सुनवाई नहीं हुई तो पोर्टल पर शिकायत की गई। इसके बाद नगर निगम ने फाइनल रिपोर्ट में बजट न होने का हवाला दिया। बजट की उपलब्धता होने पर आगे की कार्यवाही करने की बात कही गई है।

452 करोड़ का बजट

नगर निगम की ओर से इस साल 452 करोड़ 55 लाख का बजट जारी किया गया। इससे वार्डों में विकास होना है। 2021-22 में निर्माण पर सिर्फ 200 करोड़ खर्च किए गए थे। 2022-23 के बजट से आधे से अधिक राशि निर्माण कार्यों पर लगाई जा रही है।

शिकायत के बाद भी कोई सुन नहीं रहा है। नाली न होने से सड़क पर जलभराव हो रहा है। इससे जीवन नारकीय हो गया है। समझ में नहीं आ रहा अब क्या किया जाए।

- प्रमोद राम त्रिपाठी, स्थानीय निवासी

करीब दो साल से जलभराव के बीच से होकर गुजर रहा हूं। कई बार मोहल्ले के लोगों ने पंपिंग सेट के जरिए पानी निकलवाया, लेकिन घरों का पानी निकलने से फिर जलभराव हो जाता है।

- गोलू पांडेय, स्थानीय निवासी

नगर निगम में 32 गांव शामिल किए गए हैं। उनके डेवलपमेंट के लिए शासन ने शुरुआत में 104 करोड़ का बजट जीडीए को दिया था। हाल में शामिल कॉलोनियों का विकास प्राथमिकता से कराया जा रहा है। एक साथ विकास संभव नहीं है। नगर निगम के खर्चे काफी हैं। धीरे-धीरे विकास कार्य कराए जा रहे हैं।

- अविनाश सिंह, नगर आयुक्त