- हेल्थ डिपार्टमेंट ने शुरू की कवायद, कुल 22 दिन होगे नसबंदी

- पहले दिन 39 लेडी ने अपनाया परिवार नियोजन के लिए साधन

GORAKHPUR: कोरोना की मार और आíथक तंगी के बीच अब पति और पत्नी के बीच परिवार नियोजन को लेकर एक्साइटमेंट नजर आ रहा है। वहीं, उनके एक्साइटमेंट को देखते हुए यह डिसीजन लिया है कि चाहे लेडी हो या जेंस नसबंदी से पहले होगा कोरोना के लिए एंटीजन टेस्ट। दरअसल, कोरोना काल में परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी की सुविधा जिले में बहाल कर दी गई है। सितंबर महीने में कुल 22 दिन की जाएगी। इसके लिए 22 सितंबर से यह प्रोग्राम भी शुरू कर दिया गया है। पहले ही दिन कुल 39 महिलाओं ने नसबंदी कराया। सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी ने भी खुशी जाहिर करते हुए दिशा-निर्देश दिया है कि नसबंदी की सेवा लाभाíथयों को कोरोना जांच के लिए एंटीजन टेस्ट के बाद ही दिए जाएं। उन्होंने गोरखपुराइट्स से अपील भी की है कि पुरूष नसबंदी बेहद सिंपल और सेफ है। इसलिए पढ़े लिखे लोग भी आगे बढ़कर आएं। ताकि इसका लाभ मिल सके।

कोविड प्रोटोकाल का करना होगा पालन

वहीं एडिशनल सीएमओ व आरचीएच डॉ। नंद कुमार ने बताया कि निर्धारित सेवा दिवस (एफडीएस) के पहले दिन 21 सितंबर को कैंपियरगंज में 11, कौड़ीराम में 11 और हौसला साझेदारी के तहत सिटी के जननी सूर्या क्लिनिक में 17 महिलाओं की फ्री ऑफ कास्ट नसबंदी कराई। इस कार्य में उत्तर प्रदेश टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (यूपीटीएसयू) के डीएफपीएस से तकनीकी मदद ली जा रही है। उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी पिपराईच और जननी सूर्या क्लिनिक में डेली मिनी लैप प्रोसेज और पुरूष नसबंदी, जिला महिला चिकित्सालय में प्रतिदिन महिला एवं पुरूष नसबंदी और प्रकाश सíजकल हॉस्पिटल में प्रतिदिन पुरूष नसबंदी की सुविधा उपलब्ध है। इनके अलावा निर्धारित सेवा दिवस पर सीएचसी और पीएचसी पर भी नसबंदी की सुविधा कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुविधा मुहैया कराई जा रही है।

मनाया जाएगा गर्भनिरोधक दिवस

सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी ने बताया कि सभी अधीक्षकों और प्रभारी चिकित्साधिकारियों को पत्र लिख कर दिशा-निर्देश दिया है कि 22 सितंबर से लेकर 26 सितंबर तक विश्व गर्भ निरोधक दिवस का सफल आयोजन करवाएं। इस अवधि में सीएचसी, पीएचसी, एएनएम सब सेंटर्स और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर परिवार नियोजन से जुड़ी सामग्री की शत प्रतिशत उपलब्धता होनी चाहिए। सभी एफडीएस का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जाए। कम से कम एक अंतराल दिवस का आयोजन हो और परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधनों से ज्यादा से ज्यादा लाभाíथयों को जोड़ा जाए। सामुदायिक बैठकों का आयोजन कर नसबंदी से पहले रजिस्ट्रेशन जरूर करवा लें। आशा एवं एएनएम कम से कम दो लाभाíथयों को इस अवधि के दौरान परिवार नियोजन के स्थायी अथवा अस्थायी विधि का लाभ किसी न किसी इकाई से अवश्य दिलवाएं। संस्थागत प्रसव वाली सभी इकाईयों पर प्रसव के बाद लाभार्थी को प्रेरित कर पीपीआईयूसीडी की सेवा दी जाए। जहां काउंसलर मौजूद हों वहां लाभाíथयों को उचित साधन का चुनाव करने के लिए परामर्श दिया जाए। उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक गुरूवार को अंतराल दिवस मनाया जाता है। इस 24 सितंबर का अंतराल दिवस, विश्व गर्भनिरोधक दिवस के दौरान पड़ रहा है जिस पर खासतौर से परिवार नियोजन की सेवाओं पर जोर दिया जाएगा और सभी आशा-एएनएम एक से दो लाभाíथयों को सेवा दिलाएंगी।

इन जगहों पर करा सकते हैं नसबंदी

- 24 सितंबर को खजनी, पिपरौली, बांसगांव, उरूवा, बेलघाट

- 25 सितंबर को सरदारनगर, ब्रह्मपुर, खोराबार

- 28 सितंबर को गगहा, चरगांवा

- 29 सितंबर को बड़हलगंज, पिपराईच

- 30 सितंबर को जिला महिला अस्पताल में एफडीएस का आयोजन होगा