गोरखपुर (ब्यूरो)। कई वार्ड के पार्षदों ने बताया, कुछ प्रस्ताव एक माह पूर्व दिए गए थे तो कुछ 4 से 5 माह पहले दिए गए थे। निगम प्रशासन की हीलाहवाली के चलते न टेंडर हुए और ना काम शुरू हो सके। अब हो हल्ला के बाद जब बारिश करीब है। तब टेंडर जारी कर दिए गए।

बारिश में काम कराना होगा मुश्किल

नगर निगम के उप सभापति ऋषि मोहन वर्मा ने बताया, बारिश में काम होना मुश्किल है। कुछ काम कराए तो जा सकते हैं लेकिन ठेकेदार रिस्क नहीं लेंगे। बरसात के बाद अगर आचार संहिता लग गई तो काम भी पेंडिंग हो सकता है। चुनाव में जनता के बीच भी जाना है।

गलत समय निकला टेंडर

वार्ड 67 शेषपुर वार्ड के पार्षद संजीव सिंह सोनू ने बताया, गलत समय पर टेंडर निकाला गया है। काम अलॉट होने के बाद बरसात में काम नहीं हो पाएंगे। इसके बाद आचार संहिता लगने से काम बाधित होगा। चुनाव में क्षेत्र में जाने पर लोगों को जवाब देने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। करीब चार से पांच महीने पहले काम का प्रस्ताव दिया गया था।

पहले ही कराया जा सकता था काम

वार्ड 65 के पार्षद गोली सिंह ने बताया कि ये काम पहले ही कराया जा सकता था। इस समय टेंडर निकाले जाने से काम होने में संशय है। इस काम का प्रस्ताव पुराना है। बारिश में काम नहीं कराया जा सकता है। बरसात बाद आचार संहिता लग गई तो काम पेंडिंग हो सकता है।

बारिश हुई तो नहीं हो पाएगा काम

वार्ड 13 शिवपुर सहबाजगंज के पार्षद मो। अफरोज आलम ने बताया कि बारिश हुई तो काम नहीं हो पाएगा। प्रस्ताव दो से तीन महीने पहले दिया गया था। काम में देरी हुई तो चुनाव में जनता को जवाब देने में मुश्किल होगी।

बारिश में बाधा होगी लेकिन काम कराया जाएगा

वार्ड 33 रसूलपुर के पार्षद आयशा खातून के प्रतिनिधि अमीरुद्दीन अंसारी ने बताया कि लगभग एक महीने पहले काम का प्रस्ताव दिया गया था। बारिश से बाधा तो होगी लेकिन काम किसी तरह से कराया जाएगा।

बरसात में बाधा आएगी

वार्ड तीन की पार्षद गौरी देवी के प्रतिनिधि हीरालाल यादव ने बताया कि नगर निगम गुमराह कर रहा है। पार्षदों के साथ पॉलिटिक्स की जा रही है। बरसात के मौसम में टेंडर होगा तो काम तो निश्चित नहीं हो पाएगा। आगे चुनाव के चलते आचार संहिता लग जाएगी।

काम शुरू होने में संकट

वार्ड चार की पार्षद माला देवी के प्रतिनिधि कुद्दुश अली ने बताया कि नगर निगम पॉलिटिक्स कर सकता है। बारिश के सीजन में टेंडर होने से काम कब होगा। बरसात बाद आचार संहिता भी लग सकती है। काम पूरा होना तो दूर शुरू होने का भी संकट है।

बारिश से कोई बाधा आती है तो उसके बाद काम कराया जाएगा। एक बार काम अलॉट हो जाने के बाद आचार संहिता लगने पर काम में कोई दिक्कत नहीं आएगी।

- सुरेंद्र चंद्र, चीफ इंजीनियर नगर निगम