-नए तरह के बुखार को लेकर सतर्क किए गए स्वास्थ्य केंद्र
-सभी स्वास्थ्य केंद्रों को दिए गए निर्देश, पर्याप्त दवाएं उपलब्ध
GORAKHPUR: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैले बुखार से घबराने की जरूरत नहीं है। यह वायरस या बैक्टीरिया का संक्रमण है, जो सही समय पर इलाज शुरू हो जाने पर ठीक हो जा रहा है। अभी जिले में इस तरह के मरीज सामने नहीं आए हैं। इस तरह के बुखार से भी बचाने में कोविड से बचाव के उपाय कारगर साबित होंगे। इसलिए सतर्कता बरतें। घबराएं नहीं। समय पर जांच व इलाज होने से इस बुखार से भी लोग ठीक हो रहे हैं।
सभी स्वास्थ्य केंद्रों को किया सतर्क
सीएमओ डॉ। सुधाकर पांडेय ने कहा है कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क कर दिया गया है। हर जगह पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। बुखार, कमजोरी, थकान आदि महसूस होने पर तत्काल सरकारी अस्पतालों में जाएं, डाक्टर को दिखाएं। अपने मन से दवा न खाएं। आवश्यकता पड़ने पर पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट और नेटल इंटेसिव केयर यूनिट वार्ड का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
मरीजों को हो रही हैं दिक्कतें
उन्होंने बताया कि मथुरा, फीरोजाबाद आदि जिलों में फैला बुखार न तो मलेरिया है, न डेंगू और न ही यह कोरोना है। इसमें मरीजों को वही सारी दिक्कतें हो रही हैं जो एक वायरल बुखार में होती हैं। समय पर जांच और इलाज की प्रक्रिया शुरू हो जाने पर यह बुखार बहुत कम समय में ठीक हो जा रहा है। इस मौसम में संक्रामक बीमारियां बढ़ती हैं। यदि कोविड प्रोटोकाल का सही से पालन किया जाए तो इस तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। इसलिए सावधान रहें और अनावश्यक घर से बाहर न निकलें।
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लक्षण
बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, कंधे जाम हो जाना, अत्यधिक कमजोरी और शरीर में पानी की कमी।
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यह दवाएं न लें
एस्प्रिन, डिस्प्रिन, आइबुप्रोफेन, डिकलोफेनक, निमेसुलाइड व स्टेरायड आदि।
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यह बरतें सावधानी
-क्वारंटाइन रहें, ताकि संक्रमण दूसरों तक न फैले
-विभिन्न तरीकों से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाएं
-ओआरएस घोल की सही मात्रा तैयार कर पीयें
-रसदार फल, नारियल पानी, सूप का सेवन करें
-अधिक से अधिक समय आराम करें