गोरखपुर (ब्यूरो)। विभाग के आंकड़ों के अनुसार गत 25 अक्टूबर को 20 हजार व 16 नवंबर को 30 हजार एंटीजन किट आई थी। इन दोनों बार 24 हजार व 20 हजार आरटीपीसीआर जांच किट भी आई थी। विभाग के पास 15 हजार एंटीजन व 10 हजार आरटीपीसीआर जांच किट बची हुई है। जबकि सच्चाई यह है कि हर जगह सबसे ज्यादा नमूने आरटीपीसीआर जांच के लिए ही लिए जा रहे हैं।

संख्या बढ़ाने का है दावा

एक तरफ स्वास्थ्य विभाग कोविड जांच की संख्या बढ़ाने का दावा कर रहा है। दूसरी तरफ एंटीजन किट लगभग खत्म है। एंटीजन किट से जांच संख्या तेजी से बढ़ती है। क्योंकि ज्यादातर जांच इसी किट से होती है और रिपोर्ट भी मात्र 15 मिनट में मिल जाती है। इस समय ज्यादातर लोगों में न तो कोरोना संक्रमण के लक्षण दिख रहे हैं और न ही उनकी आरटीपीसीआर जांच कराने की जरूरत है। सबसे ज्यादा एंटीजन जांच ही होती है, संदेह होने पर आरटीपीसीआर कराई जाती है। विदेश या दूसरे राज्य जाने वालों अथवा ऑपरेशन कराने वालों के लिए आरटीपीसीआर जांच जरूरी है। बावजूद इसके ज्यादातर लोगों की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है।

एक सप्ताह की जांच

तारीख आरटीपीसीआर एंटीजन

30 नवंबर - 1365 1225

29 नवंबर - 1730 1650

28 नवंबर - 1380 1009

27 नवंबर - 1475 1033

26 नवंबर - 1664 1166

25 नवंबर - 1779 1723

24 नवंबर - 1670 1407

ïवर्जन

अभी हमारे पास पर्याप्त मात्रा में एंटीजन जांच किट है। मांग भी भेजी गई है। शीघ्र ही किट आ जाएगी। जांच संख्या बढ़ाई जा रही है। सरकारी व गैर सरकारी विभागों व प्राइवेट अस्पतालों में भी मोबाइल वैन भेजकर कोविड जांच कराई जाएगी।

डॉ। सुधाकर पांडेय, सीएमओ