- रात में डग्गामार बसें रेलवे बस स्टेशन से उड़ा ले जा रही पैसेंजर
- बस स्टेशन से लांग रूट के लिए संचालित हैं प्राइवेट बसें
- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन में हुआ खुलासा
GORAKHPUR:
डग्गामार बसों से गवर्नमेंट इम्पलाइज की कथित साठगांठ अब परिवहन निगम पर भारी पड़ने लगी है। पैसेंजर की जिंदगी को खतरे में डालकर डग्गामार बसें रोडवेज की नाक के नीचे से पैसेंजर्स को उड़ा ले जा रही हैं। इतना ही नहीं रोडवेज के बस स्टेशन के समांतर अपना पूरा कारोबार भी खड़ा कर लिया। परिवहन निगम की लापरवाहरी और आरटीओ की अनदेखी के चलते यह बसें रेलवे बस स्टेशन के पास से लखनऊ और दिल्ली के रूटों पर बेरोकटोक चल रही हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन में इस मामले का खुलासा हुआ।
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम रात 10 बजे रेलवे बस स्टेशन पर पहुंची। बस स्टेशन परिसर के बाहर जो देखा, वह हैरान कर देने वाला था। बस स्टेशन से सटे चंद कदम पर सड़क के किनारे डग्गामार बस खड़ी कर पैसेंजर बैठाते दिखे। आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने खुद पैसेंजर बनकर प्राइवेट बस के कंडक्टर-ड्राइवर से बात की। कंडक्टर-ड्राइवर ने बताया कि वे रोडवेज बस स्टेशन से ही पैसेंजर लेकर लखनऊ जाते हैं। यह भी कहा कि 400 रुपए किराये में साढ़े चार घंटे में लखनऊ पहुंचा देंगे। आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने दूर से भी डग्गामार बस के ड्राइवर-कंडक्टर की कार्यप्रणाली पर निगाह रखी। कुछ देर बाद डग्गामार बस चालक ने रिपोर्टर के मोबाइल नंबर पर कॉल किया। भाई साहब, जल्दी आएं, बस छूटने वाली है।
नियम के विपरीत बस संचालन
नियम है कि परिवहन निगम के बस स्टेशन से एक किलोमीटर की दूरी पर कोई प्राइवेट बस का संचालन नहीं हो सकता। गोरखपुर रेलवे बस स्टेशन से चंद कदम दूरी पर डग्गामार बसों ने अपना अड्डा बना लिया है। रात के समय ये डग्गामार बसें बस स्टेशन से पैसेंजर भरते अक्सर नजर आते हैं। रोडवेज को इनकी वजह से हर महीने लाखों रुपए का चूना लग रहा है। निजी ऑपरेटर अच्छी सुविधा का दावा कर रोडवेज बस स्टेशन से अधिक किराया लेकर सवारी बैठाते हैं। जबकि रोडवेज में सीटों के हिसाब से ही सवारियां बैठाने का प्रावधान है। इसलिए रोडवेज को दोहरा नुकसान उठाना पड़ रहा है।
आईनेक्स्ट रिपोर्टर और प्राइवेट बस चालक दीपक से बातचीत
रिपोर्टर: बस कितने बजे रोडवेज बस स्टेशन से निकलती है?
दीपक: रात 10.30 बजे प्रतिदिन रेलवे बस स्टेशन से छूटती है।
रिपोर्टर: बस कहां तक जाती है?
दीपक: डेली रात में लखनऊ के लिए जाती है।
रिपोर्टर: लखनऊ का कितना किराया लेते हैं?
दीपक: 400 रुपए है।
रिपोर्टर: रोडवेज बस का कितना किराया है?
दीपक: रोडवेज बस का 380 रुपए किराया लगता है। हम 20 रुपए एक्स्ट्रा लेते हैं।
रिपोर्टर: सवारी पूरी मिलती हैं?
दीपक: हम लोगों की सवारी फिक्स है।
रिपोर्टर: किराया कुछ कम नहीं लेंगे?
दीपक: पैसेंजर्स की संख्या ज्यादा है तो कुछ किराया कम ले लेंगे।
रिपोर्टर: बस को कैसे पहचानेंगे?
दीपक: गोरखपुर रेलवे बस स्टेशन के बगल में हमारी बस खड़ी रहती है।
रिपोर्टर: रात में सवारी मिल जाती है?
दीपक: रात में रोडवेज की बस नहीं रहतीं। इसलिए सवारी पर्याप्त मिल जाती हैं।
रिपोर्टर: कहीं और के लिए भी बस चलती है क्या?
दीपक: लखनऊ से बस खाली आती है। इसके बाद लोकल रूट देवरिया और सलेमपुर के लिए चलती है।
रिपोर्टर: बस नंबर क्या है?
दीपक: यूपी52-टी1341
गोरखपुर रीजन में बसों की कुल संख्या-770
निगम की साधारण बसें - 365
लोहिया बस --52
एसी बसें--52
अनुबंधित बसें -295
वर्जन
डग्गामार बसों पर लगाम लगाने के लिए अक्सर पुलिस प्रशासन और आरटीओ को पत्र लिखा जाता है। लेकिन प्राइवेट बस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इसके चलते रोडवेज के राजस्व को काफी नुकसान होता है। इतना ही नहीं डग्गामार बस के ड्राइवर-कंडक्टर पैसेंजर्स के साथ मारपीट पर भी आमादा हो जाते हैं। इसकी शिकायत होती है, लेकिन जिम्मेदार कार्रवाई नहीं करते।
पीके तिवारी, आरएम गोरखपुर रीजन
वर्जन।
यदि रेलवे बस स्टेशन से प्राइवेट बसें चल रही हैं तो जल्द समस्या से निजात मिल जाएगी। जब हम कार्रवाई करते हैं तो पुलिसकर्मी थाने में जगह नहीं होने की बात कर बस को अपने कब्जे में लेने से हाथ खड़े कर देते हैं। हम सिर्फ चालान कर पाते हैं। अब इन डग्गामार बसों पर हैवी पेनाल्टी लगाई जाएगी।
बीके सिंह, वरिष्ठ एआरटीओ प्रवर्तन
वर्जन।
रोडवेज बस स्टेशन से डग्गामार बसों को संचालन हो रहा है तो गलत है। अभियान चलाकर इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आरएस गौतम, एसपी ट्रैफिक
23 निजी बसों का संचालन गोरखपुर से कप्तानगंज, भटहट, चौरीचौरा, नई बाजार, बड़हलगंज, डेरवा, पटनाघाट, मिजापुर, रानीडिहा, परतावल, कसम्ही, मोतीराम अड्डा आदि रूट पर।
14 निजी बसों का संचालन देवरिया, बरहज, प्रतापुर फैक्ट्री, सलेमपुर आदि रूट पर।
48 निजी बसों का संचालन कुशीनगर, कसया, हाटा आदि रूट पर।
46 निजी बसों का संचालन महराजगंज, नौतनवा, ठुठीबारी आदि रूट पर।
10 निजी बसों का संचालन बिहार, गोपालगंज, सिवान, छपरा आदि रूट पर।