- डिफरेंट स्कूल्स में ऑर्गनाइज किया गया इवेंट, बड़ी तादाद में बच्चों ने की शिरकत

GORAKHPUR: स्टूडेंट्स का हुनर परखने और उनके कॅरियर को सही दिशा देने के इरादे से इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट (आईआईटी) ऑर्गनाइज किया गया। इसमें स्टूडेंट्स का हुजूम उमड़ा। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से शनिवार को सिटी के रिनाउंड स्कूल्स में ऑर्गनाइज एग्जाम में सैकड़ों स्टूडेंट्स शामिल हुए। एग्जाम देने के साथ ही स्टूडेंट्स ने अपने फ्यूचर की राह चुनने के लिए खाका तैयार कर लिया है। बस अब आईआईटी रिजल्ट का इंतजार है, जिससे कि उनके फ्यूचर की दिशा तय होनी है।

सुबह 8 बजे से शुरू हुआ टेस्ट का सिलसिला

स्टूडेंट्स की इंटेलिजेंस को परखने के इरादे से इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट ऑर्गनाइज किया गया। मॉर्निग 8 बजे से टेस्ट का दौर शुरू हो गया, जो दोपहर 2 बजे तक जारी रहा। स्कूलों ने अपने कनवीनियंस के मुताबिक टाइमिंग तय कर रखी थी, जिसकी वजह से अलग-अलग स्कूल्स में अलग-अलग टाइमिंग पर टेस्ट कंडक्ट किया गया। क्लास 5 से 12 तक के लिए ऑर्गनाइज इस टेस्ट में इंग्लिश और हिंदी दोनों ही मोड में पेपर अवेलबल था, जिसकी वजह से स्टूडेंट्स ने सहूलियत के हिसाब से पेपर का सेलेक्शन किया।

तो यह होगा फायदा

टेस्ट देने पर स्टूडेंट्स को क्या फायदा मिलेगा, ऐसे सवाल अक्सर पेरेंट्स और टीचर्स पूछ ही लेते हैं। आईआईटी में शामिल हुए स्टूडेंट्स को इसमें शामिल होने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वह अपने एरिया ऑफ इंटरेस्ट को पहचान सकेंगे। उन्हें कौन सा कॅरियर चुनना चाहिए, वह किस फील्ड में सक्सेज हो सकेंगे उन्हें इसकी इंफॉर्मेशन मिलेगी। क्वेश्चन पेपर में पूछे गए सवाल स्पेशल इन्हीं प्वॉइंट्स को लेकर डिजाइन किए गए थे, जिससे स्टूडेंट्स की इंटेलिजेंस पता चल सके। वहीं एकेडमिक स्टडीज में वीक स्टूडेंट्स आईआईटी से अपने रियल इंटरेस्ट को भी पहचान सकेंगे।

कोट्स

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट का यह कदम काफी सराहनीय है। बच्चों के टैलेंट को सामने लाने का अच्छा रास्ता है। यह टेस्ट कराकर काफी अच्छा लगा।

- शैलेंद्र साहनी, प्रिंसिपल, नवल्स एकेडमी सूरजकुंड

पहली बार एग्जाम कंडक्ट किया गया था, स्टूडेंट्स अपने अंदर छिपे टैंलेट को जानने के लिए एक्साइटेड हैं। इससे उन्हें जरूर फायदा मिलेगा।

- आसिफ महमूद, प्रिंसिपल, जामिया अल इसलाह एकेडमी

स्टूडेंट्स का टैलेंट सभी नहीं पहचान सकते। इस पेपर के जरिए काफी मदद मिल रही है। पहले भी यह टेस्ट ऑर्गनाइज हुए हैं। हर साल नए बच्चों को अपने कॅरियर की सही दिशा मिलती है।

- दीपिका अरोड़ा, प्रिंसिपल, सरमाउंट इंटरनेशनल स्कूल