गोरखपुर-बनारस हाइवे पर आया पानी, डायवर्ट किए गए वाहन

GORAKHPUR: जिले की नदियां उफान पर हैं। बाढ़ का पानी भयावह होता जा रहा है। इसका रिजल्ट यह है कि शहर से जुड़े बंधों से भी रिसाव तेज गया है। मंगलवार-बुधवार रात इलाहीबाग एरिया में राप्ती का पानी शहर में आने से हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। जाफरा बाजार के पार्षद इरशाद अहमद ने वाट्सएप मैसेज शेयर कर लोगों को अलर्ट किया। बंधों को बचाने के लिए प्रशासन बोरियों में मिट्टी और बालू भर कर रिसाव को बंद करने की जद्दोजहद कर रहा है। उधर, महेसरा, हर्बट और लहसड़ी बंधों से सटे इलाके के लोग डरे सहमे हैं और रात में रतजगा कर रहे हैं।

बड़े वाहनों का आवागमन रोका

गोरखपुर-बस्ती मंडल में बाढ़ से हालात भयावह हो गए हैं। राप्ती, रोहिन, सरयू और गोर्रा जमकर तबाही मचा रही है। गोरखपुर में दर्जनों स्थनों पर बंधों में रिसाव हो रहा है, जिससे इलाकों के लोगों में दहशत है। बगहा वीर बाबा मंदिर के समीप आमी और राप्ती का पानी गोरखपुर-वाराणसी मार्ग पर पहुंच गया। इसे देखते हुए प्रशासन ने बड़े वाहनों का आवागमन रोक दिया है। गाडि़यों का डायवर्ट किया जा रहा है। वहीं, अन्य जिलों की नदियां विकराल रूप धारण कर चुकी हैं। सैकड़ों गांव पानी से घिरे हैं। नावों के सहारे आवागमन हो रहा है।

सुरक्षित स्थानों पर लोगों का पलायन

गोरखपुर में नदियों का जलस्तर बढ़ने से बंधों पर दबाव बढ़ गया है। बरही-सेमरौना तटबंध, कोठा-रकहट बांध और रकहट असवनपार बांध पर राप्ती का दबाव पड़ रहा है। बिनहा रिंग बांध टूट जाने से बाढ़ का पानी आस-पास के इलाके में फैल गया है। लोग घर-बार छोड़कर पशुओं को लेकर सुरक्षित स्थानों पर आ गए हैं। सैकड़ों एकड़ फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। मदद के लिए 240 से अधिक नावें लगाई गई है।

घरों में घुसा बाढ़ का पानी

महेवा मंडी इलाके में कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया। इस वजह से जुगाड़ की नाव से लोग निकल रहे हैं। यहीं हाल मझरिया गांव का है। जो पानी से पूरी तरह घिरा हुआ है।

बंधों पर रिसाव रोकने के बालू-मिट्टी की बोरियां तैयार

बाढ़ की भयावहता को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। बुधवार को शहर से सटे नौसड़, लहसड़ी, एकला, हर्बट बंधे आदि में जगह-जगह रिसाव को रोकने के लिए बोरियों में बालू और मिट्टी भरकर रख ली गई है, ताकि कहीं कोई दिक्कत हो तो बोरियों के सहारे रिसाव को बंद किया जा सके।