गोरखपुर (ब्यूरो).इस शोध पत्र में बताया गया कि प्रत्येक व्यक्ति में विभिन्न प्रकार की विशेषताएं और व्यक्तित्व होते हैं, और विभिन्न कारक उनके व्यवहार को प्रभावित करते हैं। इस वजह से कई कार्य को तेजी से पूरा कर लेते हैं तो कुछ पिछड़ जाते है। जो अच्छा कार्य करते हैं वो सफलता की सीढिय़ा तेजी से चढ़ जाते हैं। जो पीछे रह जाते हैं वो थोड़े समय के बाद कंपनी से बाहर हो जाते हैं। अगर, सभी कर्मचारी समान उत्साह से कार्य करें तो कंपनी द्वारा अपने उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए गोल प्रोग्रामिंग तकनीक का इस्तेेमाल करना फायदेमंद होगा। इस शोध का व्यावहारिक प्रभाव समाज के परिपेक्ष्य में इस अध्ययन ने एक अलग परिप्रेक्ष्य विकसित करके सूक्ष्म-संगठनात्मक व्यवहार सिद्धांत को सुदृढ़ करने का प्रयास किया है। कार्य वातावरण में विशिष्ट कर्मचारी व्यवहार का विश्लेषण करने के लिए लक्ष्य प्रोग्रामिंग दृष्टिकोण की सहायता से एक मॉडल का अनुकरण करना। इस कार्य में विकसित और अध्ययन किए गए जीपी मॉडल से, वास्तविक लक्ष्य प्राथमिकताओं और वैकल्पिक योजनाओं को प्रबंधन से तय किया जा सकता है ताकि संगठनात्मक प्रभावशीलता के लिए उचित उपाय जल्दी से किए जा सकें।