गोरखपुर (ब्यूरो)।यह प्रॉब्लम कोई नई नहीं है। काफी दिनों से ही आरओ प्लांट और वॉटर कूलर खराब हैं। इससे परेशान स्टूडेंट्स बाहर से पानी लाने को मजबूर हैं। मगर लगातार हो रही प्रॉब्लम से स्टूडेंट्स के सब्र का बांध टूट गया और इकट्ठा होकर गुरुवार को उन्होंने प्रदर्शन भी किया। अभी तक रिजल्ट और अन्य समस्याओं को लेकर ही स्टूडेंट्स प्रोटेस्ट कर रहे थे, लेकिन अब उन्हें पानी जैसी बुनियादी जरूरत के लिए भी प्रदर्शन करना पड़ रहा है।

बाहर से ले रहे पानी

यूनिवर्सिटी में ब्वॉयज हॉस्टल की हालत काफी खस्ता है। वहां पर आरओ प्लांट काफी दिनों से बंद है। स्टूडेंट्स के लिए कहीं भी शुद्ध और ठंडा पीने का पानी अवेलबल नहीं है। ऐसे में उन्हें बाहर से पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। हॉस्टल में एक टैंकर आता है, जिससे स्टूडेंट्स पानी खरीद कर पीते हैं। टैंकर न आए तो उन्हें पानी लेने के लिए बाहर जाना पड़ता है। ये बच्चे हजारों रुपए हॉस्टल की फीस भरते हैं। इसके बाद भी इन्हें पीने का पानी भी खरीदकर पीना पड़ रहा है।

कैंपस का भी यही हाल

यूनिवर्सिटी के मेन कैंपस में भी पानी की समस्या काफी ज्यादा है। स्टूडेंट्स की संख्या के हिसाब से पर्याप्त वॉटर कूलर नहीं है। इसी में कुछ खराब भी पड़े हैं। प्यास बुझाने के लिए स्टूडेंट्स अपने घर से बॉटल तो लेकर आते हैं मगर वो पानी भी थोड़ी देर में खत्म हो जाता है।

अधिकारियों का किया घेराव

पिछले 5 महीने से आ रही पानी की समस्या को लेकर एबीवीपी की गोरखपुर यूनिवर्सिटी इकाई और स्वामी विवेकानंद हॉस्टल के स्टूडेंट्स ने डीएसडब्ल्यू ऑफिस का घेराव किया। इसके बाद डीएसडब्ल्यू ने यूनिवर्सिटी के एई कौशलेंद्र गुप्ता को हॉस्टल पर भेजा। वहां पर स्टूडेंट्स ने आरओ प्लांट का सामान आने तक एई को रोक कर रखा। चंद्रपाल यादव ने कहा कि हॉस्टल में समस्याएं प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। स्वामी विवेकानंद छात्रावास में विगत 5 माह से शुद्ध पेयजल की समस्या है जिसको लेकर कई बार वार्डन और डीएसडब्ल्यू को अवगत कराया जा चुका था लेकिन कोई भी सुधारात्मक करवाई न होने की दशा में प्रदर्शन को हम बाध्य हुए। इस दौरान पियूष मिश्रा, अनुराग मिश्रा, संजीव त्रिपाठी, सूरज मौर्य चंचल, आशुतोष पांडेय, अजय सिंह, सत्येंद्र यादव सहित बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स मौजूद रहे।

हॉस्टल में कई महीनों से वॉटर कूलर काम नहीं कर रहा। जो पानी आता है वो पीने लायक नहीं है। ऐसे में हमें रोजाना बाहर से खरीदकर पानी पीना पड़ रहा है।

निमेश पांडेय, स्टूडेंट

हॉस्टल में शुद्ध पेयजल की काफी किल्लत है। पिछले 5 महीने से आरओ प्लांट खराब है। इसे लेकर कई बार अधिकारियों से बात की गई मगर कोई हल नहीं निकला।

अजय सिंह, स्टूडेंट

यूनिवर्सिटी कैंपस में पानी की बहुत किल्लत है। ठंडे पानी के लिए हमें काफी दौडऩा पड़ता है। जिस वॉटर कूलर से पानी आता है वहां पर स्टूडेंट्स भीड़ लग जाती है।

सूरज मौर्य, स्टूडेंट

यूनिवर्सिटी कैंपस सहित हॉस्टल में तीन आरओ प्लांट लगाए जा रहे हैं। इन्हें जल्द ही चालू कर दिया जाएगा। इसके अलावा हर हॉस्टल में एक-एक वॉटर एक्स्ट्रा लगाने की तैयारी है, ताकि स्टूडेंट्स को पानी की समस्या का सामना न करना पड़े।

- प्रो। अजय सिंह, डीएसडब्ल्यू, डीडीयूजीयू