गोरखपुर (ब्यूरो).शव को लेकर जाने वाले और पोस्टमार्टम हाउस में कार्यरत कर्मी भी डीप फ्रीजर की खराबी से परेशान हैं। मोर्चुरी में तैनात एक कर्मी ने बताया, डीप फ्रीजर करीब 3 साल से खराब है। यहां आने वाले अधिकांश शव की हालत इसी तरह रहती है। दुर्गंध के चलते सांस लेना मुश्किल हो जाता है। हम लोग बार-बार फ्रीजर को ठीक कराने की बात कह चुके हैं। उसके बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया।

हरकत में आया हेल्थ डिपार्टमेंट

जिला अस्पताल की मोर्चुरी में बुधवार को एक युवक का शव चूहे कुतर गए। यह देख परिजन परिसर के बाहर हंगामा करने लगे। मामला उजागर होने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट नींद से जागा। गुरुवार को खराब पड़े डीप फ्रीजर को मोर्चुरी से बाहर निकालकर उसकी मरम्मत शुरू कराई गई। डीप फ्रीजर की हालत ऐसी है कि उसमें एक भी शव को नहीं रखा जा सकता है। वह पूरी तरह से कबाड़ है।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज का डीप फ्रीजर भी खराब

बीआरडी मेडिकल कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग की मोर्चुरी में लगाए गए छह डीप फ्रीजर करीब आठ साल से खराब हैं। यहां पर भी शवों को फर्श पर ही रखा जाता है। जबकि परिसर में ही हेल्थ डिपार्टमेंट का अत्याधुनिक पोस्टमार्टम हाउस है, जहां पोस्टमार्टम किया जाता है।

मामला मेरे संज्ञान में हैं। इस संबंध में सीएमओ से वार्ता की गई है। मोर्चुरी में जो भी कमियां हैं। उसे जल्द ही दूर कराया जाएगा।

डॉ। आईवी विश्वकर्मा, एडी हेल्थ