गोरखपुर (ब्यूरो) - नवरात्र की पूर्णाहुति गुरुवार को कन्या पूजन व हवन के साथ हुई। घरों मंदिरों और दुर्गा पंडालों में हवन के दौरान वैदिक मंत्रोच्चार गंूज रहे थे। बड़ी संख्या में भक्तों ने मां के दरबार में पहुंचकर अपनी आस्था व श्रद्धा निवेदित की। माहौल भक्तिमय हो गया है। मंदिरों व पंडालों में देवी गीत गूंज रहे हैं.हर जगह श्रद्धालुओं को कोविड प्रोटोकॉल के साथ दर्शन-पूजन की सलाह दी जा रही थी।

कन्याओं को कराया भाजेन

दिन की शुरुआत घरों, मंदिरों और दुर्गा पंडालों की साफ-सफाई से हुई। इसके बाद श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा का स्वरूप कन्याओं को भोजन कराकर दान-दक्षिणा सहित विदा किया। इसके बाद हवन हुआ। हवन सुबह से लेकर देर रात तक होता रहा। देर रात तक शहर के विभिन्न दुर्गा पंडालों और मंदिरों में भीड़ लगी रही। काली मंदिर गोलघर, दाउदपुर, कालीबाड़ी, समय माता मंदिर तुर्कमानपुर, गोपाल मंदिर मोहद्दीपुर, बुडिया माई मंदिर व तरकुलहा देवी स्थान पर आस्था उमड़ पड़ी थी। श्रद्धालुओं ने मां को नारियल, चुनरी व प्रसाद चढ़ाया। देवी मंदिरों और दुर्गा पंडालों के बाहर मेले का माहौल रहा।

रोशनी के साथ जगमग हो उठे दुर्गा पूजा पंडाल

शहर में पूजा अर्चन के साथ पूजा पांडल रोशन से जगमग हो उठे। गुरुवार को श्रद्धालुओं की भीड़ धीरे-धीरे उमडऩे लगी। सभी पूजा पंडाल दिन ढलने के साथ दूधिया और रंग बिरंगे लाइट से जगमग हो उठा। सभी पूजा स्थलों पर मां के भक्तिमय गीतों से समूचा वातावरण गुंजायमान रहा। दुर्गा पूजा समिति की ओर से पूजा पंडालों में मां के दर्शन-पूजन के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। सिटी में कोतवाली, बेतियाहाता, गोलघरकाली मंदिर, असुरन, अलीनगर, घंटाघर, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, रेलवे बौलिया कॉलोनी, असुरन, पादरी बाजार, राप्तीनगर, बशारतपुर, नखास, बेनीगंज, दुर्गाबाड़ी आदि एरिया में दुर्गा प्रतिमा स्थापित की गई है।