- संक्रामक अस्पताल में बढ़ रही है मरीजों की संख्या
- सोमवार को सुबह भर्ती हुए पांच मरीज, शाम तक संख्या हो गई दस
GORAKHPUR:
सिटी में डायरिया डराने लगा है। लगातार लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। हालत यह है कि संक्रामक अस्पताल में सुबह उल्टी दस्त होने के बाद पांच मरीज एडमिट कराए गए, शाम तक संख्या दस पहुंच गई। नगर निगम के अफसरों को दावा है कि प्रभावित एरिया में सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन हकीकत यही है कि मोहल्लों में मुकम्मल सफाई इंतजाम न होने के चलते ही उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है।
बढ़ रहे हैं मरीज
जिले के संक्रामक अस्पताल में डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सोमवार की सुबह से लेकर शाम तक रूस्तमपुर, बेतियाहाता, तारामंडल, हासीगंज, खूनीपुर, दुर्गा चौक, नौसड़ एरिया के मरीज अस्पताल में भर्ती किए गए। इस बीच कुछ मरीज ठीक भी हुए जिन्हें घर भेजा गया। छह जून को शाहपुर एरिया के कृष्णा नगर कॉलोनी के कमलेश, ममता, ललिता, कांति, सोनाली गुप्ता, अंश भर्ती किए गए थे। जिनका इलाज चल रहा था और ठीक होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
नाले हैं जाम, मोहल्लों में जलजमाव
मरीज के साथ आए तीमारदारों के मुताबिक क्षेत्र में सफाई की स्थिति ठीक नहीं होने और हल्की बारिश में जलजमाव के चलते सिटी के इलाकों की स्थिति बेहद ही खराब है। गंदगी और नालियों में सिल्ट जमा होने की वजह से घर के बाहर दुर्गध उठ रही है और लोग संक्रामक रोग की चपेट में आ रहे हैं। दवा तक का छिड़काव नहीं हो रही है। यही वजह है कि लोगों के जेहन में डायरिया का डर सता रहा है।
इन इलाकों से आए मरीज
कृष्णा नगर कॉलोनी, राजघाट, इलाहीबाग, खुर्रमपुर, सिविल लाइंस, पादरी बाजा, खोखा टोला, घोष कंपनी, थवई पुल, गेहुंआ सागर, नौसड़, निजामपुर, बेनीगंज, उत्तरी जटेपुर, तारामंडल, इंद्रानगर, सूर्य कुंड, चक्सा हुसैन, बिलंदपुर, मिर्जापुर, रुस्तमपुर, दुर्गा चौक, माया बाजार, हाल्सीगंज, बेतियाहाता आदि।
तारीख मरीज की संख्या
1 जून 2017 07
2 ---- 08
3------ 05
4------ 12
5------ 10
6----- 10
7----- 07
8---- 11
9---- 13
10---- 07
11--- 04
12--- 14
13 08
14---- 07
15 --- 09
16--- 16
17--- 08
18--- 09
19---- 10
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कॉलिंग
मेरी 70 वर्षीय सास शकीना की हालत अचानक खराब हो गई। उन्हें संक्रामक अस्पताल में एडमिट कराया गया। यहां चार दिन हो गए। अब उनकी हालत में सुधार है।
फरिदा खातून, खलीलाबाद
रात में बेटी प्रिया की हालत खराब हो गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज चल रहा है। मोहल्ले में सफाई कर्मी नहीं आते हैं और दवा का छिड़काव भी नहीं होता है। गंदगी और जलजमाव की स्थिति बनी रहती है।
अमरावती, रुस्तमपुर
मेरे पति मनोज पांडेय रात में खाना खाने के बाद सो गए। सुबह अचानक उनकी हालत खराब हो गई। उल्टी-दस्त नहीं ठीक हो रहा था। इसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज चल रहा है। मोहल्ले में सफाई नहीं होती।
बिट्टा पांडेय, नौसड़
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वर्जन
जिन एरियाज से डायरिया के रोगी आ रहे हैं वहां पर साफ-सफाई और दवा छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं। अभियान के तहत यह कार्य कराया जा रहा है।
डॉ। अरुण कुमार चौधरी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी