-सात दिवसीय ऑनलाइन प्रोफेशनल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में दूसरे दिन एक्सपर्ट ने शेयर किया एक्सपीरियंस

GORAKHPUR: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के यूजीसी, ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर व इंफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी सेल के संयुक्त तत्वाधान में 'सप्त -दिवसीय ऑनलाइन प्रोफेशनल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम' के दूसरे दिन कई इश्यूज पर वक्ताओं चर्चा की। फैकल्टी मेम्बेर्स के कॉपीराइट्स व पब्लिकेशन इश्यूज पर डॉ। कनिका मालिक, प्रिन्सिपल साईटिस्ट, सीएसआईआर, निस्केयर व नेशनल रिसर्च डेवलपमेंट कारपोरेशन की भारतीय शोध प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में योगदान पर डॉ। संजीव के मजुमदार, प्रबंधक, एनआरडीसी द्वारा चर्चा की गई।

सरल तरीके से समझाया

प्रोग्राम के फ‌र्स्ट स्टेप में डॉ। कनिका मालिक, प्रिन्सिपल साईटिस्ट, सीएसआईआर, निस्केयर ने पब्लिकेशन, कॉपीराइट व प्लैगियारिस्म पर अपना वृहद् व्याख्यान दिया। सेकेंड शिफ्ट में डॉ संजीव के मजुमदार, प्रबंधक, एनआरडीसी द्वारा अपने संस्थान के योगदान यथा चुनाव में प्रयोग में लायी जाने वाली स्याही, पूर्ण स्वदेशी स्वराज ट्रेक्टर, शुगर के लिए उपयोग में लायी जाने वाली पिल्स आदि पर परिचर्चा की। उन्होंने बेहद सरल तरीके से शोध के अद्योगिकीकरण को समझाया। यूनिवर्सिटी के टीचर्स को अपने संस्थान के विभिन्न फंडिंग अपोर्चुनिटी के लिए आमंत्रित किया। दूसरे दिन का समापन डॉ। तुलिका मिश्र व डॉ। सीमा मिश्र ने मुख्य वक्ताओ धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया ।