- डीएम के निरीक्षण में दर्जनों मिली खामियां, सुधार लाने के लिए दिया मौका

GORAKHPUR:

कलेक्ट्रेट के विभिन्न अनुभाग का डीएम ने गुरूवार को औचक निरीक्षण किया। अचानक निरीक्षण के लिए निकले डीएम को देख बाकी अनुभाग के कर्मचारी और अधिकारी सख्ते में आ गए। लेकिन डीएम ने जब चकबंदी विभाग में निरीक्षण किया तो इस दौरान उन्होंने मातहतों को निर्देश दिया कि चकबंदी के मुकदमें आनलाइन दर्ज किए जाएं। पुराने मुकदमों का निस्तारण प्राथमिकता पर किया जाए। निरीक्षण के दौरान मानीराम की पत्रावली देखा। जिसमें पिछले 29 साल से चल रहे मुकदमें के बारे में संबंधित अधिकारी से पूछताछ की। वहीं जब डीएम ने उप संचालक चकबंदी न्यायालय का निरीक्षण किया तो वहां अवधेश सिंह न्यायालय में कार्य करते मिले। डीएम ने उन्हें पुराने मुकदमाें को प्राथमिकता पर निस्तारण करने का निर्देश दिया।

निरीक्षण की सूचना पर आकर बैठ गए अधिकारी

दरअसल, अचानक से निरीक्षण पर निकले डीएम के। विजयेंद्र जब सभी विभागों का एक-एक कर निरीक्षण करना शुरू किया तो जो कर्मचारी व अधिकारी अपने टेबल पर नहीं बैठे थे, वे भी आनन-फानन में आकर बैठ गए। इस बीच जब डीएम मुख्य राजस्व अनुभाग में कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका, जीपीएफ पासबुक, अद्यतन नहीं पाई तो डीएम ने सहायक सीआरए को चेतावनी देते हुए 15 दिन में सभी पुस्तिकाएं सुधारने का निर्देश दिया। वहीं बायोमैट्रिक मशीन के चालू नहीं होने पर डीएम नाराजगी जताते हुए उसे कंप्यूटर से लिंक कराते हुए चालू कराने का निर्देश दिया।

डीएम ने दिया नीलाम कराने का निर्देश

इसी क्रम में डीएम ने भुलेख अनुभाग, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, नगर, वित्त एवं राजस्व, सीआरओ न्यायालय का निरीक्षण किया और अभिलेखों का मुआयना किया। सीआरए कार्यालय के पास मलबा उठवाने व दो यूरिनल बनवाने की मांग वकीलों ने किया। इसके अलावा डीएम ने मंडलीय आडिट कार्यालय का निरीक्षण किया। यहां एक कमरा केवल टूटी-फुटी कुर्सी, बर्तन एवं फर्नीचर से भरा पाया गया। इस पर डीएम ने इसे शीघ्र नीलाम कराने का निर्देश दिया।

बाक्स में

डीएम ने अपने भी न्यायालय का किया निरीक्षण

निरीक्षण के दौरान भूलेख अनुभाग से निकल कर जिलाधिकारी अपने न्यायालय में पहुंचे। यहां उन्होंने फर्नीचर बढ़ाने का निर्देश दिया। बगल में स्थित कार्यालय में जाकर मुकदमा रजिस्टर का निरीक्षण किया। वहीं कंप्यूटर में दर्ज मुकदमों की स्थिति को देखा। यहां उनके न्यायालय में चल रहे सभी मुकदमे दर्ज पाये गए। जिसपर तिथि की सूचना वादी, प्रतिवादी एवं संबंधित वकील को जाती है।

इस दौरान अपर जिलाधिकारी प्रभुनाथ, रजनीश चन्द्र, सीआरओ बलराम सिंह, नाजिर समेत अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।