-दैनिक जागरण आईनेक्स्ट अपडेट्स ऑन रेडियो सिटी में चेस्ट स्पेशलिस्ट प्रो। डॉ। अश्वनी मिश्रा देंगे सुझाव

GORAKHPUR:

सांस लेना या सांस चढ़ना एक बेचैनी भरी स्थिति होती है, जिसमें फेफड़ों तक पर्याप्त मात्रा में वायु (ऑक्सीजन) पहुंचने में कठिनाई होने लगती है। आपके दिल या फेफड़ों से संबंधित कोई भी समस्या आपकी सांसों में बाधा डाल सकती है। सांस फूलने की समस्या कुछ लोगों को अचानक व कुछ समय के लिए होती है और कुछ लोगों को लंबे समय तक यह समस्या बनी रहती है, जिसमें कुछ हफ्ते या उससे ज्यादा का समय भी लग सकता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ऑन रेडियो सिटी अपड्टेस में बीआरडी मेडिकल कालेज के चेस्ट डिपार्टमेंट के हेड ऑफ डिपार्टमेंट प्रो। डॉ। अश्वनी कुमार मिश्रा ने दी। इसका प्रोग्राम रेडियो सिटी 91.9 एफएम पर सुबह 10 बजे टेलीकॉस्ट होगा। डॉ। अश्वनी मिश्रा ने बताया कि सांस फूलने की समस्या के दौरान हुए अनुभव का लोग अलग-अलग तरीके से वर्णन करते हैं, जैसे सांस लेने में दिक्कत, छाती में जकड़न, अंदर पर्याप्त वायु ना खींच पाना आदि। इससे बचने के लिए आपको सावधानी बरतना होगा।

- प्रदूषित वायु के संपर्क में आने से बचें

- धूम्रपान न करें

- सामान्य शारीरिक चेकअप करवाएं,

- पंखे के पास बैठकर हवा को चेहरे पर लगने दें।

- वजन घटाएं।

- अगर आप ऑक्सीजन सप्लीमेंट्स पर आश्रित हैं, उपकरण को लेकर सावधान रहें।

- सांस को रोकने की कोशिश ना करें।