- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अपडेट्स ऑन रेडियो सिटी पर स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ। मधु गुलाटी देंगी सुझाव

GORAKHPUR: कोरोना एरा में प्रेग्नेंट लेडीज को खुद को बचाने के साथ-साथ बच्चे का ध्यान रखना है। यह बेहद अहम है। प्रेग्नेंट लेडीज को बिना वजह अस्पताल आने की जरूरत नहीं है। पहले तीन महीने में एक बार आकर दिखाएं। दूसरे तीन महीने में अपना कॉन्जेनिटल यूएसजी आकर कराएं और फिर दिखाए। बच्चे के घूमने का ध्यान रखें। दिन में कम से कम 10 से 12 बार बच्चे को घूमना चाहिए। हर कोविड-19 प्रेग्नेंट लेडी का ऑपरेशन जरूरी नहीं है। कोविड-19 संक्रमित महिला पूर्ण सेनेटाइजेशन के बाद अपने बच्चे को दूध पिला सकती है। ये बातें दैनिक जागरण आई नेक्स्ट अपडेट्स ऑन रेडियो सिटी पर बैंक रोड स्थित गुलाटी नर्सिग होम एंड इंफर्टिलिटी सेंटर की संचालक व स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ। मधु गुलाटी बता रही हैं। प्रोग्राम का टेलीकास्ट रेडियो सिटी 91.9 एफएम पर सुबह 10 बजे होगा। जिसे सुनना आप बिल्कुल भी न भूलें। डॉ। मधु गुलाटी न बताया कि इस समय लोगों को चाहिए कि घर बैठकर एक दूसरे से दूरी बना कर रहें तथा भरपूर पोषण वाला भोजन करें। बाजार से आए सब्जी, दूध के पैकेट आदि को गर्म पानी से धुलें और कुछ देर धूप में ही रहने दें। अगर आप अस्पताल या कहीं से भी घर जाते हैं तो घर के बाहर ही हाथ व पैर धोएं और कपड़ों को तुरंत बदल दें। हाथ बार-बार लगभग 20 सेकेंड्स के लिए धोएं। इस बीमारी में 85 प्रतिशत लोग हल्की-फुल्की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के साथ ठीक हो जाते हैं। 10 से 12 प्रतिशत लोगों को ही भर्ती करने की जरूरत पड़ती है। इसका मतलब हुआ कि ज्यादातर लोग अपने आप को घर में रहकर ठीक कर सकते हैं। अगर वह लोगों से ज्यादा मिलेजुले नहीं तो जो भी संक्रमण उन्हें हुआ है वह अपने आप 14 दिनों में खत्म हो जाएगा। इसीलिए क्वारंटीन के महत्व को बताया गया है।