दैनिक जागरण आइनेक्स्ट ऑन रेडियो सिटी अपडेट्स में शिल्पी होमियो सेवाश्रम की वरिष्ठ होम्योपैथ डॉ। रचना बनर्जी देंगी सुझाव

GORAKHPUR: कोरोना पेंडेमिक में महिलाओं के लिए पे्रगनेंसी के दौरान संयमित व सजग रहने की आवश्यकता है। पे्रगनेंसी जिसकी समयावधि प्राय नौ माह 10 दिन होती है, इस दौरान पे्रगनेंट लेडी के लिए उपर्युक्त आहार, सकारात्मक सोच वह मानसिक शांति का जन्म लेने वाले शिशु पर काफी प्रभाव पड़ता है। यह जानकारी दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ऑन रेडियो सिटी अपडेट्स में शिल्पी होमियो सेवाश्रम की वरिष्ठ होम्योपैथ डॉ। रचना बनर्जी ने दी। इसका प्रोग्राम रेडियो सिटी 91.9 एफएम पर सुबह 10 बजे टेलीकॉस्ट होगा। डॉ। रचना ने बताया कि बच्चा स्वस्थ हो एवं डिलीवरी के दौरान बच्चे को ज्यादा परेशानी न हो इसके लिए हर व्यक्ति उचित समाधान चाहता है। पूर्व में ग्रामीण दवाइयों द्वारा प्रसव का कार्य सफलतापूर्वक कराया जाता था। किंतु आज के डेट में यह काम पीएचसी या प्राइवेट नìसग होम अथवा किसी स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ की देखरेख में ही संपन्न कराया जाता है। सुरक्षा की दृष्टि से यह उचित तो है किंतु सरकारी अस्पतालों की उदासीन व्यवस्था एवं प्राइवेट अधिक पेशेवरता के कारण नॉर्मल डिलीवरी की जगह पर सिजेरियन ऑपरेशन द्वारा प्रसव कराना आम हो गया है। इससे लोगों के पैसे भी अधिक खर्च होते हैं साथ में जच्चे के शरीर को चीर फाड़ किए जाने से अनावश्यक कष्ट होता है। होम्योपैथिक में आसान प्रसव के लिए औषधियां काफी कारगर है। जिनका उपयोग कर नाम मात्र के व्यय से डिलीवरी कार्य सरलता से हो सकता है। साथ ही ऑपरेशन से होने वाले शारीरिक कष्ट से बचा जा सकता है। इसके लिए जरूरी है उचित दवा का समय उपयोग एवं प्रसव के समय धैर्य धारण करने की जरूरत है। आसान प्रसव के लिए उपयोगी औषधियां है।