- पुलिस को अब तक किसी केस में नहीं मिल पाए हैं तस्करों के सरगना

- ज्यादातर मामलों में ड्राइवर और खलासी फरार, संचालक का पता नहीं

- रात में पुलिस की कार्रवाई में मिली शराब, पुलिस, क्राइम ब्रांच की टीम करती है बरामदगी

GORAKHPUR: सिटी से लेकर बिहार तक हरियाणा और पंजाब के शराब की तस्करी धड़ल्ले से जारी है। इस बीच जिला पंचायत चुनाव और होली करीब आते ही तस्कर भी सक्रिय हो गए हैं। पुलिस अपनी पीठ थपथपाने के लिए कार्रवाई भी कर रही है, लेकिन यह सिर्फ ड्राइवर व खलासी तक ही सीमित होकर रह गई है। बीते साल में भी शराब तस्करी के सरगना को पुलिस नहीं पकड़ पाई है।

कैरियर तक पहुंचने में नाकाम

गीडा एरिया में बीते दिन पुलिस ने करीब 115 पेटी अवैध शराब की खेप बरामद की। लेकिन असली कैरियर तक पहुचने में पुलिस नाकाम रही है। हालांकि पुलिस दावा कर रही है कि इस बार लग्जरी कार सवार तस्कर भी हाथ लगा है। उसे जरिए अन्य लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी। दस माह के अंदर करीब 90 गाडि़यों में सात करोड़ रुपए की शराब बरामद हुई है।

बिहार सप्लाई देने जा रहे थे तस्कर

हरियाणा से बिहार जा रही शराब की खेप गीडा में बरामद हुई। पुलिस टीम ने तस्करों का पीछा करके 115 कार्टन शराब एक ट्रक को बरामद किया। तस्करों का गैंग ट्रक में माल लेकर बिहार सप्लाई देने जा रहा था। पकड़े गए लोगों की पहचान हरियाणा के रहने वालों के रूप में हुई। सभी के खिलाफ जालसाजी और आबकारी एक्ट का मामला दर्ज किया गया है।

हर बार नई गाड़ी और नए लोग

पुलिस का दावा है कि जितनी बार कार्रवाई हुई है। उतनी बार नए लोग पकड़े गए हैं। तस्करी के लिए हर बार नए लोगों का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए कोई सुराग नहीं मिल पाता। पुलिस से जुड़े लोगों ने बताया कि यदि दो मामलों में को-रिलेशन मिले तो गुंडा और गैंगेस्टर की कार्रवाई आगे बढ़ सके। लेकिन इनके बीच कोई तालमेल नहीं मिलता है।

चकमा देकर फरार तस्कर

15 मार्च 2021 की रात में पुलिस टीम दानापानी रेस्टोरेंट के पास गश्त कर रही थी। इस दौरान एक मिली ट्रक तेज रफ्तार में आती हुई नजर आई। पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं रुके। पुलिस ने उसका पीछा कर बाघागाड़ा के पास ट्रक को रोक लिया। इसी बीच पुलिस टीम को चमका देकर ड्राइवर और खलासी खेत के रास्ते फरार हो गए। पुलिस ने ट्रक से भारी मात्रा में अवैध शराब की खेप बरामद की। यह खेप बिहार खपाने के लिए ले जाया जा रहा था।

इन कमियों से नहीं थम सकी तस्करी

-अवैध शराब की बरामदगी को पुलिस गंभीर अपराध नहीं मानती है।

-चेकिंग के दौरान पुलिस टीम गाड़ी के ड्राइवर और खलासी को ही अरेस्ट करती है।

-शराब बरामदगी में आबकारी एक्ट के मामले दर्ज कर माल जब्त कर लिया जाता है।

-कुछ दिनों के बाद पकड़ गए लोग छूट जाते है। विवेचक भी इसको गंभीरता से नहीं लेते हैं।

-हरियाणा और पंजाब के अवैध शराब की तस्करी के रैकेट में शामिल लोगों पर गुंडा, गैंगेस्टर के तहत कार्रवाई नहीं हुई।

-जांच की लंबी प्रक्रिया और गैर प्रदेश में जाकर अभियुक्त की तलाश करने को पुलिस टीम बड़ी परेशानी मानती है

-पुलिस का दावा है कि मोबाइल के जरिए कैरियर को गाइड लाइन जारी की जाती है बाद में कोई लोकेशन नहीं मिलती है।

अवैध शराब की बरामदगी

- 20 फरवरी को सहजनवां पुलिस ने हरियाणा निर्मित 41000 रुपए के अवैध शराब बरामद किया।

- 15 मार्च 2021 गीडा के बाघागाड़ा के पास पुलिस ने 1053.76 लीटर अवैध शराब जिसकी कीमत 6.5 लाख रुपए है बरामद की।

-7 मार्च 2020 खोराबार एरिया में एसटीएफ ने 1500 पेटी शराब बरामद किया

-14 मार्च 2020 गीडा एरिया के तेनुआ टोल प्लाजा के पास भारी मात्रा में शराब बरामद किया

-14 फरवरी 2020 गीडा एरिया में शराब तस्करी में दो पकड़े गए, उनकी पहचान पंजाब निवासी लखबीर सिंह और दिल्ली के डीडीए फ्लैट निवासी राम लौट के रूप में हुई।