गोरखपुर (ब्यूरो).आईटीआई प्रिंसिपल सत्यकांत ने बताया कि ड्रोन क्षेत्र में भविष्य बनाने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह एक बेहतर ऑप्शन साबित होगा। अभी तक आईआईटी जैसे संस्थानों में भी ड्रोन को लेकर कोई कोर्स या पढ़ाई नहीं होती है। आईटीआई के स्टूडेंट्स को इस समय अच्छा मौका मिल रहा है कि वे ड्रोन कोर्स में दाखिला लेकर नए जमाने के रोजगार से जुड़ सकें।

कृषि, रक्षा व यातायात क्षेत्र में होगा यूज

गोरखपुर आईटीआई में ड्रोन की पढ़ाई कर एक्सपर्ट टेक्नीशियन बनने वाले स्टूडेंट्स किसानों के पास जाकर उन्हें ड्रोन का यूज भी बताएंगे। किसान ड्रोन से फसलों की पहचान, जमीन के रिकॉर्ड व कीटनाशक के छिड़काव का काम भी करेंगे। यही नहीं खेत में लॉस होने वाले पानी की बचत भी ड्रोन से हो सकेगी। टेक्नीशियन किसानों को ये बताएंगे कि ड्रोन से खेतों में कैसा पानी डालते हैं, इसके यूज से पानी की बचत करना और किसानी आसान हो जाएगी।

विदेश में भी मान्य होगा कोर्स

प्रशिक्षण महानिदेशालय को आईटीआई में कार्यान्वयन के लिए नेशनल स्किल क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के अंतर्गत स्वीकृत ड्रोन पर योग्यता टैग भी मिला है। यह टैग मिलने के बाद कोर्स करने वालों को भारत ही नहीं, विदेश में भी नौकरी या अपना काम शुरू करने में कोई परेशानी नहीं आएगी।

आईटीआई में मंगाए जा रहे 8 ड्रोन

आईटीआई चरगांवा में कोर्स शुरू करने से पहले 8 ड्रोन मंगाए जा रहे हैं। पढ़ाई के दौरान इन ड्रोनों से स्टूडेंट्स को प्रैक्टिल करके समझाया जाएगा।

सारी तैयारियां कर ली गई हैं कुछ प्रॉसेस हैं जो पेडिंग हैं, जिनके पूरा होता ही ड्रोन कोर्स की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। हम लोग मानकर चल रहे हैं कि जुलाई में एडमिशन और अगस्त में पढ़ाई शुरू हो जाएगी।

- सत्यकांत, प्रिंसिपल, आईटीआई