गोरखपुर (ब्यूरो)। ट्रायल के तौर पर पहले गोरखपुर के थानों को ड्रोन की व्यवस्था कराई जाएगी। इस व्यवस्था की सफलता के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू कर सभी थानों पर ड्रोन की व्यवस्था दी जाएगी। गोरखपुर पुलिस ने ड्रोन के लिए तैयारियां शुरू कर दी है।

प्रदेश में बनाई गई स्पेशल टीम

हाल ही में सरकार के निर्देश पर गोरखपुर जोन के हर जिले सहित प्रदेश के जिलों की पुलिस की एक विशेष टीम बनाई गई थी। जिसमें 20 से 40 लोग शामिल हैं जो पत्थरबाजों से निपटेगी। उस टीम को फुल बॉडी प्रोटेक्टर वर्दी दी गई है। गोरखपुर जोन के 11 जिलों की पुलिस को 479 वर्दी मिली थी। अब इसके अगली कड़ी में सभी थानों पर ड्रोन की व्यवस्था कराई जाएगी।

ड्रोन की निगरानी में मिले थे छतों पर पत्थर

अभी हाल ही में गोरखपुर में जुमे की नमाज को सकुशल संपन्न कराने के लिए एसपी सिटी के नेतृत्व में 56 संवेदनशील स्थानों की ड्रोन से निगरानी कराई थी। जिसमें छतों पर पत्थर मिले थे, जिसके बाद उन घरों के मालिकों को नोटिस दिया गया था।

नहीं चल सका अखिलेश सरकार में आया ड्रोन

गोरखपुर में सबसे पहले अखिलेश यादव की सरकार में सबसे बड़ा ड्रोन आया था। यह ड्रोन 5 किलोमीटर से अधिक की छमता का था। जिसकी कीमत करीब 4 लाख थी। इसे ट्रैफिक पुलिस के लिए लाया गया था। लेकिन आने के बाद से ही वह नहीं चल सका। बाद में पता चला कि बैट्री है ही नहीं। जिसके बाद कंपनी को पत्राचार किया गया, लेकिन पता चला कि अब उस माडल का ड्रोन ही नहीं आता।

पुलिस लाइंस में चार ड्रोन

वर्तमान में गोरखपुर पुलिस लाइंस में करीब 4 ड्रोन हैं। आपको बता दें कि मार्केट में ड्रोन की कीमत उसकी कैप्चर करने की क्षमता पर आधारित होता है। जिसकी कीमत मार्केट में 5 लाख तक है।

ये होंगे ड्रोन के लाभ

- थाना क्षेत्रों में निकलने वाले जुलूसों की निगरानी हो सकेगी

- धरना प्रदर्शन, चक्का जाम में ड्रोन से निगरानी हो सकेगी

- बवाल या उपद्रव के समय इसे चलाकर उपद्रवियों या दंगाईयों की निगरानी हो सकेगी।

- त्योहारों के पहले इसका प्रयोग थानास्तर पर किया जा सकेगा

- पत्थराबाजों को चिन्हित करने में आसानी होगी

गोरखपुर के सभी थानों पर अब ड्रोन की फैसिलिटी होगी। इसके लिए खाका तैयार कर लिया गया है। 20 पुलिस कर्मियों को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग लेने के लिए भेजा गया है।

कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी