गोरखपुर (ब्यूरो)।नई लिस्ट में मेयर सीट तो यथावत है, लेकिन नगर पंचायतों में काफी फेरबदल हो गया है। लिस्ट जारी होते ही शहर से लेकर गांव में चुनावी माहौल गरमा गया है। नगर पंचायतों में सीटों के आरक्षण में व्यापक फेरबदल से ग्रामीण इलाकों में चुनाव को लेकर हलचल मच गई है। इधर, आरक्षण की जारी सूची पर 6 अप्रैल तक आपत्तियां दाखिल करने का समय दिया गया है। हालांकि, माना जा रहा है कि इसी लिस्ट पर मेयर और नगर पंचायतों में चुनाव होने हैं।

पांच दिसंबर 22 को भी जारी हुई थी लिस्ट

5 दिसंबर 2022 को नगरीय निकाय चुनाव को लेकर आरक्षण की अनंतिम सूची जारी की गई थी। इसके बाद यह मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के समक्ष चला गया था। इसमें ओबीसी आरक्षण में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुरूप ट्रिपल टेस्ट के फार्मूले का पालन न करने की बात कही गई थी। इसके बाद हाईकोर्ट ने सरकार को 31 जनवरी तक बिना आरक्षण के चुनाव कराने को कहा था। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से प्रदेश सरकार को राहत मिली थी। सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग गठित किया था, जिसने ढाई माह में ओबीसी आरक्षण को लेकर अपनी रिपोर्ट दी थी।

मेयर के टिकट के लिए शुरू हुई जंग

पहले जारी की लिस्ट में मेयर सीट पिछड़ा वर्ग से अनारक्षित की गई थी। तब सीट के अनारक्षित होते ही संभावित प्रत्याशियों में टिकट के लिए भागदौड़ शुरू हो गई थी। सबसे ज्यादा हलचल भाजपा में थी। मामला कोर्ट में गया तो संभावित प्रत्याशियों के सामने संकट आया गया था कि सीट के आरक्षण में कहीं बदलाव न हो जाए। इसी आशंका के चलते संभावित प्रत्याशियों ने पैरवी कम कर दी थी। गुरुवार को लिस्ट जारी हुई तो सीट का आरक्षण यथावत रहा तो सभी में नया उत्साह छा गया। वे अपने टिकट के लिए फिर जुट गए। सभी पार्टियों के संभावित प्रत्याशी पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों से अपने नाम फाइनल कराने के लिए जुट गए। बता दें कि मेयर सीट पर भाजपा सबसे ज्यादा बार काबिज रही है।

नगर पंचायतों में आरक्षण बदला तो शुरू हो गई नई सियासत

नगर पंचायत की नई आरक्षण लिस्ट में उरुवा में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पहले जारी हुई लिस्ट में भी उरुवा बाजार अनुसूचित जाति के लिए था, जो अबकी बार भी यथावत रखा गया है। वहीं, बड़हलगंज में अन्य पिछड़ा वर्ग से महिला सीट घोषित की गई है। यहां माना जा रहा है कि अब दावेदारों की संख्या भी बढ़ेगी और अच्छा खासा घमासान होगा। सहजनवां नगर पंचायत में तो सियासत ही पूरी तरह से बिगड़ गई है। पहली लिस्ट में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण घोषित हुआ तो एक कद्दावर भाजपाई की पत्नी को टिकट मिलना लगभग तय था। हालांकि अब महिला सीट होने से सभी वर्गों की निगाहें सीट पर लग गई हैं। ऐसे में टिकट मुश्किल में पड़ सकता है। पीपीगंज नगर पंचायत सीट में भी बदलाव हो गया है। पहली लिस्ट में महिला के लिए सीट आरक्षित हुई थी अब यह पिछड़ा वर्ग के लिए सीट रिजर्व की गई है। यहां भी अब चुनाव में सरगर्मी आ गई है। उनवल नगर पंचायत सीट पर भी बदलाव हो गया है। यहां की महिला से सीट अनारक्षित हो गई है। यहां चुनावी माहौल शुरू हो गया है। इसी तरह चौमुखा (कैंपियरगंज) में सीट में बदलाव हो गया है। यहां पहली लिस्ट में सीट महिला के लिए आरक्षित की गई थी, अबकि बार यह सीट पिछड़ा वर्ग महिला कर दी गई है। गोला सीट में भी बदलाव कर दिया गया है, यह सीट पहले अनारक्षित घोषित की गई थी, अब अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित की गई है। पिपरइाच में भी बदलाव कर दिया गया है, यह सीट अनारक्षित से पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित की गई है। नगर पंचायत घघसरा पहली लिस्ट में अन्य पिछड़ा महिला के लिए आरक्षित की गई थी, जो अब अनारक्षित की गई है। इस सीट के अनारक्षित होते ही यहां का सियासी पारा हाई हो गया है। वहीं बांसगांव सीट को अन्य पिछड़ा वर्ग से अनारक्षित घोषित किया गया है। मुंडेरा बाजार नगर पंचायत सीट पर कोई बदलाव नहीं किया गया है।

11 नगर पंचायतों में 9 का बदला आरक्षण

जिले के 11 नगर पंचायतों में बड़हलगंज, बांसगांव, सहजनवां, पीपीगंज, उनवल, चौमुखा (कैंपियरगंज), गोला, पिपराइच, घघसरा बाजार का आरक्षण इस बार बदल गया है। बदलाव से माहौल पूरी तरह से चुनाव हो गया है। संभावित दावेदारों की काफी संख्या भी बढऩे अनुमान भी लगाया जा रहा है।

आरक्षण की स्थिति

नगर पंचायत पुराना आरक्षण ---- नया आरक्षण

उरुवा अनुसूचित जाति --- अनुसूचित जाति

बड़हलगंज अन्य पिछड़ा वर्ग --- महिला

बांसगांव अन्य पिछड़ा वर्ग --- अनारक्षित

सहजनवां अन्य पिछड़ा वर्ग --- महिला

पीपीगंज महिला --- पिछड़ा वर्ग

उनवल महिला --- अनारक्षित

चौमुखा (कैंपियरगंज) महिला --- पिछड़ा वर्ग

गोला अनारक्षित --- अनुसूचित जाति महिला

पिपराइच अनारक्षित --- पिछड़ा वर्ग

घघसरा अन्य पिछड़ा महिला --- अनारक्षित

मुंडेरा बाजार अनारक्षित --- अनारक्षित