गोरखपुर (ब्यूरो)।उन्हें बताएंगे कि बिजली चोरी के दाग से बचने के लिए बिजली निगम की ओटीएस स्कीम उनके कितने काम की है। एक मुश्त समाधान स्कीम के जरिए बिजली चोरी का दाग भी धुल जाएगा। हमेशा के लिए दाग मिटाने का इससे अच्छा अवसर नहीं मिलना है। राजस्व निर्धारण का महज 35 फीसदी जमा कर आरोप से मुक्ति पा सकते है। बिजली चोरी के आरोपितों के घर-घर दस्तक देने का यह अभियान शुक्रवार से शुरू होने वाला है।

8 नवंबर से चल रहा है अभियान

पॉवर कारपोरेशन ने 8 नवंबर से एक मुश्त समाधान स्कीम के तहत बकाएदारों को सरचार्ज में 100 फीसदी छूट देने व बिजली चोरी के मामलों में राजस्व निर्धारण में 65 फीसदी छूट देकर निपटरा किया जा रहा है। बकाएदारों के लिए यह योजना इसलिए भी मुफीद है कि इसमें बकाए राशि में जुड़े सरचार्ज की राशि में शत प्रतिशत माफ हो जा रही है। शर्त यह है कि 30 नवंबर तक बकाएदारों व बिजली चोरी के आरोपियों को योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराना है। ओटीएस योजना के लागू होने के बाद एंटी थ्रेप्ट थाना व जोन कार्यालय के फोन के बाद शहरी क्षेत्र में 56 आरोपियों ने 27 लाख जमा कर बिजली चोरी के दाग से मुक्ति पा ली है। ऐसे कंज्यूमर्स का टर्नअप रेशियो कम होने व चेयरमैन के निर्देश पर महानगरीय वितरण मंडल के एसई ने अपने नेतृत्व में विजिलेंस व अभियंताओं की टीम गठित की है।

54 करोड़ बकाया

महानगरीय वितरण मंडल के चारों वितरण खण्डों में 2380 बिजली चोरी के मामले लम्बित है। इन सभी के खिलाफ करीब 54 करोड़ का राजस्व निर्धारण हुआ है। ये सभी लोग ओटीएस स्कीम में छूट का लाभ लेकर राजस्व निर्धारण राशि का महज 35 परसेंट भूगतान करके बिजली चोरी के दाग से मुक्ति पा सकते है। शर्त यह है कि उन्हें 30 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन करना होगा। इस तिथि के बाद 15 दिसंबर तक पंजीकरण होगा। इसमें छूट की राशि कम हो जाएगी। अबतक शहरी क्षेत्र में 56 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराकर 27 लाख का भुगतान कर बिजली चोरी के आरोप से मुक्ति पाई है।

प्रदेश सरकार के निर्देश पर पावर कारपोरेशन ने पहली बार ओटीएस स्कीम में बिजली चोरी के प्रकरणों के निस्तारण के लिए छूट देने का प्रावधान किया है। राजस्व निर्धारण में 65 फीसदी की छूट का लाभ लेकर बिजली चोरी में पांबंद लोग महज 35 परसेंट भूगतान करके बिजली चोरी के आरोप से मुक्ति पा सकते है। शुक्रवार से हमारी टीम घर-घर जाकर लोगों को जागरुक करेगी। उन्हें प्रोत्साहित करके स्कीम का लाभ दिलाने का प्रयास करेंगी।

- ई। लोकेन्द्र बहादुर, अधीक्षण अभियंता