स्वास्तिक सेवा संस्थान ने बढ़ाया कदम

आंखों के बिना जिंदगी में सिर्फ अंधेरा है। उजाले से ही खुशियां हैं। गोरखपुर में भी ऐसे हजारों लोग हैं, जिनकी दुनिया की सुबह अंधेरे से शुरू होती है और अंधेरे में ही खत्म हो जाती है। स्वास्तिक सेवा संस्थान ऐसी ही जिंदगियों में उजाले की एक किरन बन कर आया है। जो लोगों को आई डोनेट के लिए अवेयर कर रहा है। संस्थान के प्रयास से अब तक 20 से अधिक लोग आई डोनेट करने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हंै। मतलब 40 अंधेरी जिंदगियों में उजाला आएगा। संस्थान के मेंबर्स के मुताबिक आई डोनेट करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

तो 11 दिन में खत्म हो जाएगा अंधेरा

एक्सपर्ट की मानें तो इंडिया में डेली 62389 लोगों की मौत होती है। अगर हर मरने वाला शख्स मौत से पहले अपनी आई डोनेट कर दे तो देश से महज 11 दिन में ब्लाइंडनेस खत्म हो जाएगी। इसलिए लोगों को आई डोनेट के प्रति अवेयर होना होगा। संस्थान के अनुराग अग्रवाल ने बताया कि रजिस्ट्रेशन कराने वाले सभी मेंबर्स ने फार्म के बारे में अपनी पूरी फैमिली को बताने के साथ सभी के सामने रखा है, जिससे कि आई डोनेशन के टाइम कोई प्रॉब्लम न हो। उन्होंने बताया कि अभी यह स्टार्टिंग है। आई डोनेट का रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

जब अपनी जिंदगी खत्म हो जाए तो दूसरों को जिंदगी देनी चाहिए। आई डोनेट कर दूसरों की जिंदगी रोशन की जा सकती है। हम लोग लोगों को जागरूक कर उन्हें आई डोनेट के लिए राजी कर रहे है। जिससे उन लोगों की दुनिया रोशन हो सके, जिनके चारों ओर अंधेरा ही फैला है। फिलहाल अब तक 20 से अधिक लोगों ने आई डोनेट का रजिस्ट्रेशन करा लिया है। उम्मीद है कि यह संख्या लगातार बढ़ेगी।

अनुराग अग्रवाल, स्वास्तिक सेवा संस्थान

ये करेंगे दूसरों की जिंदगी रोशन

-अशोक कुमार अग्रवाल

-पूजा अग्रवाल

-शिव अग्रवाल

-आशा देवी

-रुचि अग्रवाल

-प्रीती अग्रवाल

-शिवेंद्र टेकरीवाल

-रुचि टेकरीवाल

-अजय शर्मा

-डॉ। रघुनंदन

-अनुराग अग्रवाल

-पुनीत अग्रवाल

-निधि

-विजय कुमार

-अनिल

-शोभा टेकरीवाल

-सोनल शर्मा

-आलोक गोयल

-सपना

-सचिन गुप्ता

इंडिया की पॉप्युलेशन - लगभग 121 करोड़

परडे डेथ     - लगभग 62389

परडे बॉर्न     - लगभग 86853

टोटल ब्लाइंड - लगभग 682497

इनकी आई है बेकार

-एड्स पेशेंट

-सेप्टीसीमिया पेशेंट

-हेपेटाइटिस ए, बी, सी के पेशेंट

-प्वाइजन से हुई मौत

इन बीमारी से पीडि़त भी कर सकते हैं आई डोनेट

-डायबिटीज

-टीबी

-कैंसर

-हार्ट अटैक

-मोतियाबिंद

-टायफाइड