गोरखपुर (ब्यूरो)। शुक्रवार शाम करीब चार बजे महादेव झारखंडी की अल्का जायसवाल अपनी मां के साथ कार से नौसढ़ में रहने वाली बहन के घर जा रही थीं। नौसढ़ तिराहे पर कार रोककर वह बच्चों के लिए मिठाई खरीदने चली गईं, तभी एक युवक आया जिसने कार की फोटो खींच ली। अल्का जब मिठाई लेकर लौटीं तो उसने खुद को सब इंस्पेक्टर बताया। कार का चालान होने की बात कहते हुए 5 हजार रुपए मांगने लगा। अल्का ने कहा कि चालान का रिसिप्ट दीजिए तो उसने एप से कार का रजिस्ट्रेशन नंबर और मालिक का नाम, पता दिखाना शुरू कर दिया। सादे कपड़े में खुद को पुलिस वाला बताने वाले व्यक्ति से अलका ने आईकार्ड मांगा तो वह इंकार करने लगा। इतनी देर में कई लोग आ गए। उन लोगों ने बताया कि खुद को पुलिस वाला बताकर यह व्यक्ति अक्सर वसूली करता है।

पांच हजार रुपए मांगने पर तमाशबीन रही पुलिस

पांच हजार रुपए मांगने का मामला सामने आने पर अल्का ने चौराहे पर खड़े ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों को जानकारी दी। ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी पहुंचे तो उन लोगों ने मामला खत्म करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। पुलिस चौकी से पहुंचे किसी कांस्टेबल ने बताया कि चालान काटने वाला व्यक्ति आशुलिपिक है। फिर लोगों ने मामला खत्म करने की बात कही। अल्का ने पूरे प्रकरण का वीडियो बना लिया। उन्होंने इसकी सूचना अपने घर के लोगों को भी दी। पीडि़त महिला का कहना है कि यदि वह ट्रैफिक के दरोगा होते और चालान काटते तो बात समझ में आती। कोई भी व्यक्ति इस तरह से कैसे किसी का चालान काट सकता है।

अवैध वसूली में सस्पेंड हुई थी पुलिस चौकी

नौसढ़ में अवैध वसूली का खेल खूब चलता है। इस आरोप में कुछ दिन पूर्व ही एसएसपी ने चौकी प्रभारी सहित पूरे स्टॉफ को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद नए चौकी प्रभारी मनीष यादव की तैनाती गई। बताया जा रहा है कि खुद को पुलिस वाला बताकर कार वालों का चालान करने की धमकी देेते हुए वसूली करते हैं। शहर में नकली पुलिस वालों की सक्रियता के खिलाफ अवेयरनेस कैंपेन चलने से अलका ने बिना वर्दी वाले व्यक्ति की कार्रवाई पर आपत्ति जताई तो यह मामला सामने आया।

नकली पुलिस की असली वारदातें

01 नवंबर 21: कोतवाली इलाके के घोष कंपनी के पास लखनऊ के व्यापारी से चेकिंग के नाम पर धौंस देकर 80 हजार रुपए लेकर बदमाश फरार हो गए।

14 नवंबर 21 : शाहपुर इलाके में चेकिंग के नाम पर युवक से जालसाजी।

23 अक्तूबर : कोतवाली के काली मंदिर के पास महराजगंज के व्यापारी से 1.50 लाख लेकर बदमाश फरार हो गए।

16 अक्तूबर 21: कोतवाली इलाके में ही सिद्धार्थनगर के व्यापारी को झांसा देकर बदमाश 80 हजार लेकर भागे।

09 सिंतबर 21: कैंट क्षेत्र में रेलवे स्टेशर पर एक युवक से बदमाश 17 हजार लेकर भागे।

05 अगस्त 21: कैंट के सिंघडिय़ा के पास से कारोबारी के मुनीम से 18 हजार की जालसाजी।

10 सितंबर 21: कोतवाली इलाके के दुर्गाबाड़ी के पास बदमाश चेकिंग के नाम पर झांसा देकर गहने लेकर फरार हो गए।

वर्जन

मामले की जांच का निर्देश दिया गया है। इस प्रकरण में उचित कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी