- जुलाई से अब तक 450 से अधिक पेशेंट्स आए सामने

GORAKHPUR: नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां धरी की धरी रह गई। जुलाई के बाद से अब तक 450 लोग डायरिया की चपेट में आ चुके हैं। यह आंकड़ा सिर्फ नगर निगम के संक्रामक अस्पताल का है, अन्य जगहों पर भी लोग अपना इलाज करा रहे हैं। इस माह अक्टूबर के तीन दिन में ही 50 मरीज भर्ती हुए हैं।

गंदा पानी पीना खतरनाक

अस्पताल में जो पेशेंट्स आए हैं, उनमें सबसे अधिक वे हैं जिन्हें गंदा पानी पीने के कारण डायरिया हुआ। वहीं बासी खाना खाने से भी लोग डायरिया के शिकार हुए हैं। शहर के रुस्तमपुर, नौसड़, बेतियाहाता मलिन बस्ती, नौसड़, तुर्कमानपुर, बिलंदपुर, रुस्तमपुर, हांसूपुर, बर्फखाना, नार्मल, छोटेकाजीपुर, आजाद चौक, रानीबाग और फुलवारिया एरिया के सबसे अधिक मरीज आए हैं। इसके अलावा सितंबर माह में ग्रामीण एरियाज से भी 23 मरीज इलाज कराने के लिए संक्रमण अस्पताल में भर्ती हुए हैं।

वर्जन

बदलते मौसम में खान-पान में सावधानी जरूरी है। ताजा भोजन व शुद्ध पानी पीकर ही डायरिया से बचा जा सकता है।

- डॉ। िवजय पांडेय, एमडी, फिजिशियन