- डीडीयूजीयू से संबद्ध ज्ञान भारती कॉलेज में एसडीएम कप्तानगंज ने मारा छापा

- पहले से लिखी कॉपियां लीं कब्जे में, वीसी और परीक्षा नियंत्रक ने कैंसिल कराया पेपर

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू से संबद्ध ज्ञान भारती कॉलेज में शुक्रवार को एसडीएम ने छापा मारा। इस दौरान छापेमारी में 15 कॉपियां पहले से लिखी हुई बरामद हुईं। छापेमारी के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन में हड़कंप मच गया। वीसी और परीक्षा नियंत्रक ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू कर दी। साथ ही नकल कराने वाले माफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।

पकड़ी गई 15 कॉपियां

डीडीयूजीयू परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार की सुबह 8 बजे से बीए भाग एक हिंदी फ‌र्स्ट पेपर और बीएससी भाग एक इंडस्ट्रियल केमेस्ट्री, इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी का पेपर था। लेकिन डीडीयूजीयू से संबद्ध कुशीनगर रगड़गंज स्थित ज्ञान भारती कॉलेज में परीक्षा शुरू होने से पहले हिंदी फ‌र्स्ट पेपर की 15 कॉपियां पहले से लिखी हुई मिलीं। मामला तब खुला जब मुखबिर की सूचना पर एसडीएम कप्तानगंज सचिन कुमार सिंह ने यहां टीम के साथ अचानक छापेमारी की। इस दौरान मिली 15 कॉपियों में सात कॉपियां गुरुवार की परीक्षा की थी। जबकि 8 कॉपियां शुक्रवार की बीए हिंदी परीक्षा की निकलीं।

डेढ़ घंटे सेंटर पर रहे वीसी

एसडीएम ने इन कॉपियों को कब्जे में लेकर मौके पर मौजूद तीन लोगों को पुलिस के हवाले कर दिया। यूनिवर्सिटी प्रशासन को सूचित करने के बाद उन्होंने बताया कि इस पाली की परीक्षा निरस्त करा दी गई है। जबकि शनिवार से इस केंद्र की परीक्षा बुद्ध पीजी कॉलेज कुशीनगर में कराई जाएगी। इस बात की सूचना मिलते ही वीसी प्रो। अशोक कुमार और परीक्षा नियंत्रक डॉ। अमरेंद्र कुमार सिंह अपनी टीम के साथ कुशीनगर के लिए रवाना हो गए। उन्होंने करीब डेढ़ घंटे तक वहां जांच की।

यूनिवर्सिटी प्रशासन मामले पर सख्त

परीक्षा नियंत्रक डॉ। अमरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि वीसी ने तत्काल प्रभाव से इस सेंटर को गौतम बुद्ध पीजी कॉलेज से अटैच कर दिया है। बाकी के एग्जाम गौतम बुद्ध पीजी कॉलेज से कराए जाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी की तरफ से बनाई गई सेंट्रल फ्लाइंग स्क्वॉयड टीम को बुद्ध पीजी कॉलेज में तैनात कर दिया है। ज्ञान भारती कॉलेज के केंद्राध्यक्ष प्रणव कुमार चतुर्वेदी की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। फ‌र्स्ट मीटिंग के पेपर को कैंसिल कर दिया गया है। इस मामले को 11 अप्रैल को होने वाली परीक्षा समिति की बैठक में उठाया जाएगा। इसमें कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई के लिए अंतिम निर्णय लिए जाएंगे।