- सरेराह फायरिंग में आरोपियों पर कसा पुलिस का शिकंजा

- संयोगवश मारपीट, फायरिंग के शिकार हो गए प्रणव-जितेंद्र

कैंट एरिया के सिघडि़यां-विशुनपुरवा से मोहद्दीपुर तक फायरिंग, जानलेवा हमले की कहानी पूरी तरह से वेब सीरिज से प्रभावित नजर आई। हमले के फरार आरोपित शुभम सिंह उर्फ सिघाड़ा और शुभम सिंह बरहज के खिलाफ पुलिस ने 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है। सरेराह फायरिंग, दहशत और गुंडागर्दी के मामले में कड़ी कार्रवाई की तैयारी है। इनाम घोषित होने के बाद शुभम राव और उसके दो साथी खुद थाने पहुंच गए। पुलिस का कहना है कि मामूली विवाद में एक दूसरे को सबक सिखाने के चक्कर में दोनों गुटों के बीच भिड़त हुई। प्रणव राय और जितेंद्र तरकुलहा से लौटते हुए अचानक विवाद का हिस्सा बन गए। आरोप है कि इस दौरान एक गुट के शुभम सिंह सिघाड़ा ने जितेंद्र को गोली मार दी। पूर्व में रेस्टोरेंट के भीतर प्रवण के साथ विवाद होने पर ही एनसीआर दर्ज कराया गया था। एनसीआर को एफआईआर में तरमीम कर दिया गया है।

कई दिनों से विवाद, वर्चस्व में भिड़े दोनों गुट

पुलिस का कहना है कि अविनाश सिंह और मोतीराम अड्डा निवासी शुभम सिंह सिंघाड़ा के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। 20 सितंबर की रेस्टोरेंट में अविनाश सिंह, सुमित चंदेल और अन्य मौजूद थे। तभी बहरज निवासी शुभम सिंह, प्रज्जवल सिंह और अन्य अपने साथियों के साथ पहुंच गए। दोनों पक्षों के बीच विवाद होने पर सुलह-समझौता हो गया। उस समय वहां पर रामगढ़ताल एरिया का प्रवण भी था। शुमभ पक्ष ने उसे अविनाश का दोस्त समझ लिया। देर रात प्रणव राय पैडलेगंज के रेस्टोरेंट में खाना खाने गया। तभी शुभम सिंह सिघाड़ा और उसके साथियों ने प्रणव को पीट दिया। इस मामले में प्रणव ने एनसीआर दर्ज कराया।

साथियों संग पहुंचने की सूचना पर की घेराबंदी

सोमवार को शुभम सिंह सिघाड़ा को पता लगा कि अविनाश सिंह अपने साथियों संग कूड़ाघाट की तरफ जा रहा है। वह अपने दोस्तों संग इंजीनियरिंग कॉलेज के पास पहुंचा। कार में सवार अविनाश, सुमित चंदे और शुभम को घेरकर हमला कर दिया। हमले से बचने के लिए अविनाश सिंह ने कार सड़क पर फिल्मी अंदाजा में नचाया। तब कार पर हमला करने वाले भागने लगे। उसी समय प्रणव राय अपने दोस्त जितेंद्र यादव संग तरकुलहा मंदिर से लौट रहा था। मारपीट होने पर उसने अपनी बाइक की रफ्तार बढ़ा ली। तभी शुभम सिंह सिघाड़ा पक्ष ने उसका पीछा कर लिया। इस दौरान मोहद्दीपुर में जितेंद्र को गोली मार दी गई। इस मामले में प्रज्जवल सिंह और शुभम सिंह सिंघाड़ा नामजद किए गए। इस मामले में पुलिस ने आरोपित कूड़ाघाट आवास विकास कॉलोनी निवासी अविनाश सिंह, उनके साथी शुभम राव, सुमित चंदेल, प्रिंस शाही, प्रज्जवल सिंह को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। इनाम घोषित होने पर शुभम सिंह भी दो अन्य साथियों संग थाने पहुंच गया था। हालांकि उसकी तलाश करने का दावा पुलिस ने किया।

कौन फाइनेंसर, किसका संरक्षण, किसकी मिलती मदद

आरोपित बदमाशों का जुड़ाव कई छात्रनेताओं और प्रॉपर्टी डीलर्स से है। उनके संपर्क में कई पुलिस वाले भी रहते हैं। दरोगा और सिपाहियों की मदद से मनबढ़ों को राहत मिलती रहती थी। दोनों पक्षों के शातिरों को आíथक मदद देने वाले, उनको संरक्षण देने वाले और विवाद होने पर मदद करने वालों के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। साइबर सेल की हेल्प से सभी की सोशल मीडिया प्रोफाइल को पुलिस खंगाल चुकी है। कुछ छात्रनेताओं सहित अन्य के साथ संबंधों की पड़ताल पुलिस पूरी कर चुकी है। एसएसपी ने कहा है कि प्रापर्टी डीलर्स, बदमाशों और मनबढ़ों को संरक्षण देने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। यदि वे दूसरे जिलों में तैनात हैं तो उनके खिलाफ रिपोर्ट तैयार करके सीनियर अफसरों को भेजी जाएगी। प्रापर्टी डीलर्स से संबंध रखने वाले पुलिस कर्मचारियों को चिन्हित कराया जाएगा। फायरिंग की घटना में पुलिस कर्मचारियों की भूमिका की जांच भी हो रही है।

रेस्टोरेंट-हुक्काबार में मारपीट के लिए जिम्मेदार होंगे संचालक

शहर के रेस्टोरेंट, हुक्काबार और होटलों में मारपीट होने पर संचालकों की जिम्मेदारी तय होगी। किसी तरह का विवाद होने पर तत्काल सूचना पुलिस को न देने पर कार्रवाई होगी। गैंगवार के मामले की जांच में सामने आया है कि दोनों पक्षों में फायरिंग के पहले भी कई राउंड मारपीट हुई थी। इंजीनियरिंग कॉलेज के पास एक रेस्टोरेंट में पंचायत के दौरान दोनों पक्ष भिड़े। इसके पूर्व पैडलेगंज के हुक्काबार में हाथापाई हुई। इन मामलों की जानकारी संचालकों ने पुलिस को नहीं दी। इसलिए ऐसे मामलों में उनकी भूमिका भी तय की जा रही है। इसके साथ ही सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे एक्टिव मोड में रहेंगे। यदि किसी जगह पर सीसीटीवी कैमरा बंद पाया गया तो पुलिस कार्रवाई करेगी।

अब पैरेंट्स को याद आया बच्चों का कॅरियर

सड़क पर फायरिंग और मारपीट करने के आरोपित शुभम सिंह सिघाड़ा सहित अन्य मनबढ़ों की दहशत कूड़ाघाट आवास विकास कालोनी में रहती है। उनके डर से कोई जुबान नहीं खोलता है। पुलिस में उनकी पहुंच और छात्रनेताओं की सरपस्ती से भौकाल भी मेंटेन रहता है। उनके हाव-भाव को देखकर मोहल्ले के पढ़ाई- लिखाई करने वाले युवक भी जुड़ गए हैं। मामूली मामलों में मोहल्ले के युवक पहुंच जाते थे। सोमवार को हुई घटना की गंभीरता का अंदाजा लगाए बिना ही कई युवक शामिल हो गए थे। इनमें कई ऐसे हैं जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। सरेराह गैंगवार के मामले में पुलिस के सख्ती बरतने से आरोपित युवकों के परिजन परेशान हो उठे हैं। उनको अपने बच्चों का कॅरियर नजर आने लगा है। इसलिए वह जुगाड़ लगाकर बच्चों को बचाने की जुगत में लग गए हैं।

एसएचओ से भी होगा सवाल-जवाब

सरेराह मारपीट, विवाद के मामले में पहली जांच में दोषी पाए गए पैडलेगंज चौकी प्रभारी, कैंट थाना के एसएसआई और मुंशी के खिलाफ कार्रवाई के बाद एसएसपी ने एसएचओ की भूमिका की जांच के निर्देश दिए हैं। थाने पर आए इस प्रकरण में एसएचओ ने ?क्या कदम उठाए थे। इस संबंध में सवाल-जवाब तलब किया जा रहा है। यह बात बिल्कुल तय है कि बिना उनकी सहमति बगैर समझौते की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई होगी।

रासुका की तैयारी में पुलिस अधिकारी

घटना में शामिल मुख्य आरोपियों के खिलाफ पुलिस पूरी सख्ती करने के मूड में है। पुलिस अधिकारियों ने संकेत दिया है कि सरेराह हुई वारदात के आरोपितों के खिलाफ रासुका की संस्तुति की जा सकती है। इसलिए सभी आरोपितों के क्रिमिनल रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं। सरेराह गोली चलाकर भय फैलाने के मामले को पुलिस को कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती माना है। इसलिए उन सभी को लिस्टेड किया जा रहा है जिनका पुराना क्रिमिनल रिकार्ड रहा है।

घटना में शामिल शुभम सिंह उर्फ सिंघाड़ा और शुभम सिंह बरहज के खिलाफ 25-25 हजार रुपए का इनाम जारी किया गया है। सरेराह फायरिंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में रेस्टोरेंस्ट संचालक, आरोपियों के मददगारों और संरक्षकों की भूमिका पर एक्शन लिया जाएगा।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी