गोरखपुर (ब्यूरो) वायरल मैसेज के जरिए लोगों को फोन करके बूस्टर डोज के बारे में जानकारी मांगी जा रही है। इसमें बूस्टर डोज लगवाने की भी बात कही जाती है। फोन करने वाला कहता है कि अगर आप बूस्टर लगवाना चाहते हैं तो आपकी हेल्प कर सकते हैं। आपका स्लॉट बुक करवाना है तो आप अपनी डिटेल्स बता दें, जैसे ही आप अपनी डिटेल्स देते हैं आपको एक ओटीपी प्राप्त होती है। अगर आप ओटीपी दे देते हैं तो आपके साथ ठगी हो सकती है। जबकि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की मानें तो कोविन की ओर से किसी को न तो कोई कॉल की जा रही है और न ही उनसे डिटेल मांगी जा रही है। अगर कोई डिटेल्स मांगता है या आपसे बूस्टर के नाम पर ओटीपी मांगता है तो सावधान रहें। ओटीपी किसी को भी शेयर नहीं करें।

ट्विटर पर पुलिस कर रही सावधान

कोरोना की फस्र्ट और सेकेंड वेव में जहां कोरोना पेशेंट्स की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन की किल्लत ने परेशानी बढ़ा दी थी। वहीं, साइबर ठग इसके नाम पर लोगों से लाखों रुपए की ठगी कर उन्हें अपना शिकार बना रहे थे। अब उन्होंने अपना ट्रेंड बदल दिया है। वह बूस्टर डोज के नाम पर साइबर ठगी कर रहे हैं। पब्लिक को जागरूक करने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से ट्विटर के माध्यम से मैसेज दिए जा रहे हैं कि लोग इससे अलर्ट रहें। कोई भी इस तरह का मैसेज या फिर फोन आता है तो ओटीपी नंबर शेयर न करें। इसकी शिकायत साइबर थाना या सेल को करें।

इस नंबर पर करें कॉल

यदि आप से साइबर ठगी होती है या फिर आप के पास अंजान नंबर से फोन जाता है तो उसे न उठाएं। कंप्लेन के लिए बने नेशनल हेल्पलाइन नंबर 155260 पर सीधे कॉल कर अपनी कंप्लेन दर्ज कराए, ताकि साइबर सेल आपकी मदद कर सकें।

ऐसे हो रही है ठगी

- अंजान नंबर से आपके मोबाइल पर फोन आएगा।

- हेलो, मैं वैक्सीनेशन सेंटर से बोल रहा हूं।

- जी बताइए

- वे पूछेंगे आपने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली हैं क्या?

- अगर आप बोलते हैं हां ले ली है तो आपको बूस्टर डोज लेने के लिए कहेंगे।

- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की बात कहेंगे।

- इसके बाद आपके मोबाइल में ओटीपी आएगा वह नंबर आपसे पूछेंगे।

- अगर आपने ओटीपी नंबर दे दिया तो आपके अकाउंट से पैसे निकाल लेंगे।

क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट

-अनजान नंबरों से आने वाले मैसेज को फॉलो न करें।

-किसी से भी सीवीवी, ओटीपी और क्रेडिट कार्ड का नंबर शेयर न करें।

-अपनी पर्सनल जानकारी और आधार संख्या किसी के साथ शेयर न करें।

-अगर साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं तो पुलिस को करें कंप्लेन।

-अनचाहे कॉल को रिसीव करने से बचें।

आगरा-कानपुर में हुई ठगी

केस-1: आधार नंबर के बाद मांगा ओटीपी

आगरा के एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के टेढ़ी बगिया नाऊ की सराय के पास रहने वाले सौनेन्द्र चौहान रविवार को घर पर थे। उसी समय एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनको कॉल किया गया, पिता के बूस्टर डोज लगाने के नाम पर उनका आधार नंबर और दोनों वैक्सीन लगाने के बाद बूस्टर डोज रजिस्ट्रेशन के लिए कहा गया, इसके बाद ओटीपी नंबर शेयर करने को कहा, इस पर उन्होंने पिता के नंबर पर आए ओटीपी को शेयर कर दिया, इसके बाद उनके खाते से रकम निकल गई और वह ठगी का शिकार हो गए। उन्होंने इसकी कंप्लेन संबंधित थाने में की। इसके बाद साइबर सेल भेज दिया गया।

केस-2: ओटीपी बताते ही रकम पार

किदवई नगर कानपुर निवासी एयरफोर्स कर्मी संजीव ने बताया कि लास्ट वीक उनके पास कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने नाम, पता सही बताने के साथ आधार कार्ड की पूरी जानकारी दे दी, जिसके बाद उन्हें विश्वास हो गया। ओटीपी देने के 4 घंटे बाद ही उनके खाते से 38 हजार रुपए निकल गए। जानकारी होने पर बैंक और पुलिस को सूचना दी और अकाउंट बंद कराया।

बूस्टर डोज के नाम पर हुई साइबर ठगी की शिकायत अभी तक किसी ने नहीं की है। लोगों को सावधान करने के लिए पुलिस की तरफ से ट्विटर पर अलर्ट का मैसेज शेयर किया गया है, ताकि पब्लिक साइबर फ्रॉड से सावधान हो सके।

- छविनाथ सिंह, प्रभारी साइबर थाना