अभियान चलाने के बाद भी हो जाता है अतिक्रमण, जीडीए बोर्ड में जिम्मेदारी तय करने पर हुआ फैसला

-पार्किंग की व्यवस्था न करने वाले भवन मालिकों के खिलाफ होगी कार्रवाई

-दुकानों के सामने गाडि़यां न खड़ी हों, इसके लिए दुकानदारों को भी किया जाएगा जागरूक

GORAKHPUR: शहर की प्रमुख सड़कों पर जाम लगा तो अब ट्रैफिक पुलिस के साथ ही गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के सहायक अभियंता (एई) व अवर अभियंता (जेई) भी जिम्मेदार होंगे। इनकी जिम्मेदारी उन जगहों पर होगी, जहां जीडीए की ओर से पास भवनों के मानचित्र में पार्किंग की व्यवस्था तो है लेकिन मौके पर उसका कुछ और ही इस्तेमाल होता है। जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जीडीए बोर्ड की बैठक में जेई एवं एई की जिम्मेदारी तय करने का निर्णय लिया गया है।

शहर में जाम की समस्या काफी विकट है। दुकानों के बाहर बेतरतीब खड़ी होने वाली गाडि़यां भी इसके पीछे प्रमुख कारण हैं। शहर में कई ऐसे भवन हैं, जिनका अब व्यावसायिक इस्तेमाल होता है और उनका नक्शा आवासीय में पास है। टीम जब भी पहुंचती है तो वे पुराना नक्शा दिखाते हैं। आवासीय होने के कारण उसमें पार्किंग का प्रावधान नहीं किया गया था लेकिन व्यावसायिक इस्तेमाल होने के कारण वाहनों की भीड़ बढ़ गई है। प्राधिकरण उन्हें पार्किंग की व्यवस्था करने की चेतावनी देता है लेकिन टीम के वहां से जाने के बाद पहले जैसी स्थिति बहाल हो जाती है। कसया रोड पर सरदार भगत सिंह चौराहा से पैडलेगंज तक कई ऐसे क्लीनिक व पैथोलाजी हैं, जहां पार्किंग का भी व्यावसायिक इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे गाडि़यां सड़क पर खड़ी होती हैं।

जिम्मेदारी तय होने से बढ़ेगी निगरानी

जेई एवं एई की जिम्मेदारी तय होने के बाद नियमित निगरानी हो सकेगी। पार्किंग की व्यवस्था न करने वाले भवन मालिकों के खिलाफ कार्रवाई भी हो सकेगी। माना जा रहा है कि जल्द ही पार्किंग की व्यवस्था का सख्ती से पालन कराने के लिए रणनीति बनायी जाएगी। दुकानों के सामने गाडि़यां न खड़ी हों, इसके लिए दुकानदारों को भी जागरूक किया जाएगा। दुकानदारों की जिम्मेदारी तय करने की योजना भी जीडीए द्वारा बनायीई है।

पार्किंग की व्यवस्था सुधारने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद भी यदि अतिक्रमण मिला तो संबंधित एई एवं जेई की जिम्मेदारी तय की जाएगी। शहर में सभी को पार्किंग के नियमों का पालन करना होगा।

अनुज सिंह, उपाध्यक्ष, जीडीए