- जीडीए में पेंडिंग हैं करीब 420 नक्शे के आवेदन

- पेंडिंग नक्शों को पास करने के लिए लगेगा कैंप

GORAKHPUR: जीडीए में नक्शा पास होने का इंतजार कर रहे गोरखपुराइट्स के लिए अच्छी खबर है। अभी तक करीब 420 नक्शे पास होने की राह देख रहे हैं। इन पेंडिंग मामलों का निस्तारण करने के लिए जीडीए 21 फरवरी से तीन मार्च तक कैंप लगाएगा। जीडीए में लगने वाले कैंप में आवेदक जो भी कमी होगी उसे दूर कर तत्काल अपना नक्शा पास करा सकेंगे।

नहीं हो पा रहा था नक्शा पास

नए सॉफ्टवेयर की वजह से इधर जीडीए में नक्शा पास कराने में दिक्कत हो रही थी। जबकि जीडीए ने नक्शा ऑनलाइन पास कराने की व्यवस्था इसलिए शुरू की थी कि पब्लिक को दौड़भाग से निजात मिल सके। पब्लिक भी ऑनलाइन से अच्छा मैनुअल को ही मान रही थी। क्योंकि कभी नक्शा पास कराने में इतना समय नहीं लगा था। इसी को देखते हुए जीडीए के नए वीसी अनुज सिंह ने कैंप लगाकर पेंडिंग मामलों का निस्तारण करने को कहा है।

आवासीय का कॉमर्शियल यूज पड़ेगा महंगा

जीडीए (गोरखपुर विकास प्राधिकरण) की योजनाओं में आवासीय निर्माण का कॉमर्शियल यूज करना महंगा पड़ेगा। ऐसे भवन मालिकों को प्रतिदिन के हिसाब से 1250 रुपए से लेकर 2500 रुपए तक का जुर्माना देना पड़ सकता है। एक बार में जुर्माना 50 हजार से अधिक नहीं होगा। जीडीए ने ऐसे भवन मालिकों को नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। अब तक 180 लोगों को नोटिस जारी की जा चुकी है।

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देवरिया बाईपास पर बन गईं अवैध दुकानें

जीडीए की योजनाओं में आवासीय भूखंड लेने वाले कई लोगों ने उसका कॉमर्शियल यूज शुरू कर दिया है। देवरिया बाईपास के दोनों ओर ऐसी दुकानों की संख्या काफी अधिक है। जीडीए ने ऐसे लोगों पर कार्रवाई शुरू की है। पहले चरण में अपनी योजनाओं को ही चुना गया है। अधिकारियों का तर्क है कि अपनी योजनाओं में यह पता करना आसान है कि किस-किस को आवासीय भूखंड आवंटित किए गए हैं। इसके बाद जीडीए के क्षेत्र में अन्य मकानों को भी चिन्हित किया जाएगा।

धारा 16 के तहत जारी हो रही नोटिस

फिलहाल धारा 16 के तहत भवन मालिकों को नोटिस जारी कर आवासीय भवन में कॉमर्शियल यूज का कारण पूछा गया है। कारण न बताने पर यह मामला धारा 26 (2) के तहत सीजेएम कोर्ट चला जाएगा। जहां सुनवाई के बाद जुर्माना लगाया जाएगा। उसके बाद भी कॉमर्शियल यूज बंद न करने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभी तक 45 मामले सीजेएम कोर्ट को संदर्भित किए जा चुके हैं।

जारी है सर्वे का काम

नोटिस जारी करने के साथ ही सर्वे का काम भी चल रहा है। माना जा रहा है कि जीडीए की योजनाओं में ऐसे करीब 300 से अधिक मामले सामने आ सकते हैं।

वर्जन

नक्शे के पेंडिंग मामलों को निस्तारित करने के लिए जीडीए परिसर में कैंप लगाया जा रहा है। इसमें आकर आवेदक अपनी कमियों को दूर कर नक्शा पास करा सकता है।

एके सिन्हा, सहायक इंजीनियर