- सीएम के जनता दर्शन में आई शिकायतों की शुरू कराई गई समीक्षा

- रिपोर्ट के आधार पर पीडि़तों से संपर्क करेगी पुलिस, जानेगी हकीकत

GORAKHPUR: सीएम के जनता दर्शन में रविवार को सामने आए मामलों की समीक्षा होगी। इस संबंध में एडीजी ने निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने सभी शिकायकर्ताओं की पूरी रिपोर्ट तलब की है। किस फरियादी ने कब, कितनी बार थानेदार सहित अन्य अधिकारियों से शिकायत की थी। इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की खबर के बाद एडीजी ने सख्त तेवर में कहा है कि एसओ की लापरवाही सामने आने पर उनके खिलाफ एक्शन होगा। छवि खराब करने वाले थानेदारों को हटाया जाएगा।

जनता दर्शन में पुलिस की ज्यादा शिकायतें

रविवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में पुलिस महकमे की शिकायतें ज्यादा आई। अधिकांश फरियादियों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। गोरखपुर के पीडि़तों की बात सुनकर सीएम बिफर गए। उन्होंने मौजूद अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। सीएम ने कहा कि थानों पर समस्याओं का निस्तारण क्यों नहीं हो रहा है। उन्होंने एसएसपी से पूछा कि आखिर पुलिस क्या कर रही है जो लोगों को जनता दर्शन में आना पड़ रहा है। इसको लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने प्रमुखता के साथ 'सिस्टम से निराश, अब सीएम से ही आस' हेडिंग से न्यूज पब्लिक की। इसके बाद एडीजी ने सीएम ने हीला-हवाली करने वाले थानेदारों और चौकी प्रभारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

थानेदारों की जांच कराकर तैयार होगी रिपोर्ट

सीएम का सख्त लहजा देखकर पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि कुछ थानेदारों की वजह से विभाग की छवि खराब हो रही है। इसलिए शिकायत वाले थानों की जांच कराई जाएगी। ताकि दोबारा ऐसे प्रकरण सामने ना आ सकें। कहा जा रहा है कि गैर जनपद से आए कई इंस्पेक्टर थानों के चार्ज पर हैं। इनमें कुछ का व्यवहार पब्लिक फ्रेंडली नहीं है। इनमें सिटी के एक थानेदार की सबसे ज्यादा शिकायत है। जबकि नार्थ एरिया के दो थानेदार भी अपनी बदमिजाजी के फेमस हो रहे हैं। ऐसे ही साउथ में भी कुछ थानेदार चिन्हित किए गए हैं जिनका बातचीत का लहजा खराब है। साथ ही वह मामलों के निस्तारण, पब्लिक से जुड़ाव और क्षेत्र में क्राइम कंट्रोल करने में फेल नजर आ रहे हैं।

यह होगी कार्रवाई

- जनता दर्शन में आई शिकायतों की डिटेल तैयार कराई जाएगी।

- पुलिस अधिकारी काल करके पीडि़तों से मामले की जानकारी लेंगे।

- पीडि़तों ने कब, कहां पर कितनी बार एप्लीकेशन दिया। इसका ब्यौरा तैयार होगा।

- किस जिम्मेदार ने कितनी कार्रवाई की। उसका क्या परिणाम रहा। इसकी रिपोर्ट बनेगी।

- इसी रिपोर्ट के आधार पर थानेदारों और चौकी प्रभारियों के कामकाज की समीक्षा हेागी।

- एडीजी, डीआईजी, एसएसपी और आईजीआरएस के मामलों की भी मानीटरिंग की जाएगी।

- थानावार मामलों की समीक्षा करके सीनियर पुलिस अधिकारी, थानेदारों पर कार्रवाई करेंगे।

जनता दर्शन में आए मामलों की समीक्षा की जाएगी। किस थाना क्षेत्र की कितनी शिकायतें पहुंची थीं। सहित अन्य बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार करके लापरवाही के लिए जिम्मेदार एसएचओ, एसओ और चौकी प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इस संबंध में रिपोर्ट तलब की गई है।

अखिल कुमार, एडीजी जोन